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اَلْمَالُ وَالْبَنُوْنَ زِيْنَةُ الْحَيٰوةِ الدُّنْيَاۚ وَالْبٰقِيٰتُ الصّٰلِحٰتُ خَيْرٌ عِنْدَ رَبِّكَ ثَوَابًا وَّخَيْرٌ اَمَلًا  ( الكهف: ٤٦ )

The wealth
ٱلْمَالُ
माल
and children
وَٱلْبَنُونَ
और बेटे
(are) adornment
زِينَةُ
ज़ीनत हैं
(of) the life
ٱلْحَيَوٰةِ
दुनिया की ज़िन्दगी की
(of) the world
ٱلدُّنْيَاۖ
दुनिया की ज़िन्दगी की
But the enduring
وَٱلْبَٰقِيَٰتُ
और बाक़ी रहने वाली
good deeds
ٱلصَّٰلِحَٰتُ
नेकियाँ
(are) better
خَيْرٌ
बेहतर हैं
near
عِندَ
आपके रब के नज़दीक
your Lord
رَبِّكَ
आपके रब के नज़दीक
(for) reward
ثَوَابًا
सवाब के ऐतबार से
and better
وَخَيْرٌ
और बेहतर है
(for) hope
أَمَلًا
उम्मीद के ऐतबार से

Almalu waalbanoona zeenatu alhayati alddunya waalbaqiyatu alssalihatu khayrun 'inda rabbika thawaban wakhayrun amalan (al-Kahf 18:46)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

माल और बेटे तो केवल सांसारिक जीवन की शोभा है, जबकि बाक़ी रहनेवाली नेकियाँ ही तुम्हारे रब के यहाँ परिणाम की दृष्टि से भी उत्तम है और आशा की दृष्टि से भी वही उत्तम है

English Sahih:

Wealth and children are [but] adornment of the worldly life. But the enduring good deeds are better to your Lord for reward and better for [one's] hope. ([18] Al-Kahf : 46)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) माल और औलाद (इस ज़रा सी) दुनिया की ज़िन्दगी की ज़ीनत हैं और बाक़ी रहने वाली नेकियाँ तुम्हारे परवरदिगार के नज़दीक सवाब में उससे कही ज्यादा अच्छी हैं और तमन्नाएँ व आरजू की राह से (भी) बेहतर हैं