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تَنْزِيْلٌ مِّنَ الرَّحْمٰنِ الرَّحِيْمِ ۚ   ( فصلت: ٢ )

A revelation
تَنزِيلٌ
नाज़िल करदा है
from
مِّنَ
बहुत महरबान की तरफ़ से
the Most Gracious
ٱلرَّحْمَٰنِ
बहुत महरबान की तरफ़ से
the Most Merciful
ٱلرَّحِيمِ
जो निहायत रहम करने वाला है

Tanzeelun mina alrrahmani alrraheemi (Fuṣṣilat 41:2)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यह अवतरण है बड़े कृपाशील, अत्यन्त दयावान की ओर से,

English Sahih:

[This is] a revelation from the Entirely Merciful, the Especially Merciful – ([41] Fussilat : 2)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ये किताब) रहमान व रहीम ख़ुदा की तरफ से नाज़िल हुई है ये (वह) किताब अरबी क़ुरान है