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أَيُشْرِكُونَ
क्या वो शरीक ठहराते हैं
مَا
उनको जो
لَا
नहीं वो पैदा कर सकते
يَخْلُقُ
नहीं वो पैदा कर सकते
شَيْـًٔا
कुछ भी
وَهُمْ
और वो
يُخْلَقُونَ
वो पैदा किए जाते हैं

Ayushrikoona ma la yakhluqu shayan wahum yukhlaqoona

क्या वे उसको साझी ठहराते है जो कोई चीज़ भी पैदा नहीं करता, बल्कि ऐसे उनके ठहराए हुए साझीदार तो स्वयं पैदा किए जाते हैं

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और नहीं
يَسْتَطِيعُونَ
वो इस्तिताअत रखते
لَهُمْ
उनके लिए
نَصْرًا
किसी मदद की
وَلَآ
और ना
أَنفُسَهُمْ
अपने नफ़्सों की
يَنصُرُونَ
वो मदद कर सकते हैं

Wala yastatee'oona lahum nasran wala anfusahum yansuroona

और वे न तो उनकी सहायता करने की सामर्थ्य रखते है और न स्वयं अपनी ही सहायता कर सकते है?

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِن
और अगर
تَدْعُوهُمْ
तुम बुलाओ उन्हें
إِلَى
तरफ़ हिदायत के
ٱلْهُدَىٰ
तरफ़ हिदायत के
لَا
नहीं वो पैरवी करेंगे तुम्हारी
يَتَّبِعُوكُمْۚ
नहीं वो पैरवी करेंगे तुम्हारी
سَوَآءٌ
यकसाँ है
عَلَيْكُمْ
तुम पर
أَدَعَوْتُمُوهُمْ
ख़्वाह बुलाओ तुम उन्हें
أَمْ
या
أَنتُمْ
तुम
صَٰمِتُونَ
ख़ामोश रहो

Wain tad'oohum ila alhuda la yattabi'ookum sawaon 'alaykum ada'awtumoohum am antum samitoona

यदि तुम उन्हें सीधे मार्ग की ओर बुलाओ तो वे तुम्हारे पीछे न आएँगे। तुम्हारे लिए बराबर है - उन्हें पुकारो या तुम चुप रहो

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जिन्हें
تَدْعُونَ
तुम पुकारते हो
مِن
सिवाय
دُونِ
सिवाय
ٱللَّهِ
अल्लाह के
عِبَادٌ
बन्दे हैं
أَمْثَالُكُمْۖ
तुम्हारी तरह के
فَٱدْعُوهُمْ
पस पुकारो उन्हें
فَلْيَسْتَجِيبُوا۟
तो चाहिए कि वो जवाब दें
لَكُمْ
तुम्हें
إِن
अगर
كُنتُمْ
हो तुम
صَٰدِقِينَ
सच्चे

Inna allatheena tad'oona min dooni Allahi 'ibadun amthalukum faod'oohum falyastajeeboo lakum in kuntum sadiqeena

तुम अल्लाह को छोड़कर जिन्हें पुकारते हो वे तो तुम्हारे ही जैसे बन्दे है, अतः पुकार लो उनको, यदि तुम सच्चे हो, तो उन्हें चाहिए कि वे तुम्हें उत्तर दे!

Tafseer (तफ़सीर )

أَلَهُمْ
क्या उनके
أَرْجُلٌ
पाँव हैं
يَمْشُونَ
कि वो चलते हों
بِهَآۖ
साथ उनके
أَمْ
या
لَهُمْ
उनके
أَيْدٍ
हाथ हैं
يَبْطِشُونَ
कि वो पकड़ते हों
بِهَآۖ
साथ उनके
أَمْ
या
لَهُمْ
उनकी
أَعْيُنٌ
आँखें हैं
يُبْصِرُونَ
कि वो देखते हों
بِهَآۖ
साथ उनके
أَمْ
या
لَهُمْ
उनके
ءَاذَانٌ
कान हैं
يَسْمَعُونَ
कि वो सुनते हों
بِهَاۗ
साथ उनके
قُلِ
कह दीजिए
ٱدْعُوا۟
पुकारो
شُرَكَآءَكُمْ
अपने शरीकों को
ثُمَّ
फिर
كِيدُونِ
चाल चलो मेरे ख़िलाफ़
فَلَا
फिर ना
تُنظِرُونِ
तुम मोहलत दो मुझे

Alahum arjulun yamshoona biha am lahum aydin yabtishoona biha am lahum a'yunun yubsiroona biha am lahum athanun yasma'oona biha quli od'oo shurakaakum thumma keedooni fala tunthirooni

क्या उनके पाँव हैं जिनसे वे चलते हों या उनके हाथ हैं जिनसे वे पकड़ते हों या उनके पास आँखें हीं जिनसे वे देखते हों या उनके कान हैं जिनसे वे सुनते हों? कहों, 'तुम अपने ठहराए हु सहभागियों को बुला लो, फिर मेरे विरुद्ध चालें न चलो, इस प्रकार कि मुझे मुहलत न दो

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
وَلِۦِّىَ
मेरा दोस्त
ٱللَّهُ
अल्लाह है
ٱلَّذِى
जिसने
نَزَّلَ
नाज़िल की है
ٱلْكِتَٰبَۖ
किताब
وَهُوَ
और वो ही
يَتَوَلَّى
दोस्त रखता है
ٱلصَّٰلِحِينَ
सालेहीन को

Inna waliyyiya Allahu allathee nazzala alkitaba wahuwa yatawalla alssaliheena

निश्चय ही मेरा संरक्षक मित्र अल्लाह है, जिसने यह किताब उतारी और वह अच्छे लोगों का संरक्षण करता है

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्हें
تَدْعُونَ
तुम पुकारते हो
مِن
उसके सिवा
دُونِهِۦ
उसके सिवा
لَا
नहीं वो इस्तिताअत रखते
يَسْتَطِيعُونَ
नहीं वो इस्तिताअत रखते
نَصْرَكُمْ
तुम्हारी मदद की
وَلَآ
और ना
أَنفُسَهُمْ
अपने नफ़्सों की
يَنصُرُونَ
वो मदद कर सकते हैं

Waallatheena tad'oona min doonihi la yastatee'oona nasrakum wala anfusahum yansuroona

रहे वे जिन्हें तुम उसको छोड़कर पुकारते हो, वे तो तुम्हारी, सहायता करने की सामर्थ्य रखते है और न स्वयं अपनी ही सहायता कर सकते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِن
और अगर
تَدْعُوهُمْ
तुम पुकारो उन्हें
إِلَى
तरफ़ हिदायत के
ٱلْهُدَىٰ
तरफ़ हिदायत के
لَا
नहीं वो सुनेंगे
يَسْمَعُوا۟ۖ
नहीं वो सुनेंगे
وَتَرَىٰهُمْ
और आप देखेंगे उन्हें
يَنظُرُونَ
कि वो देख रहे हैं
إِلَيْكَ
तरफ़ आप के
وَهُمْ
हालाँकि वो
لَا
नहीं वो देख रहे
يُبْصِرُونَ
नहीं वो देख रहे

Wain tad'oohum ila alhuda la yasma'oo watarahum yanthuroona ilayka wahum la yubsiroona

और यदि तुम उन्हें सीधे मार्ग की ओर बुलाओ तो वे न सुनेंगे। वे तुम्हें ऐसे दीख पड़ते हैं जैसे वे तुम्हारी ओर ताक रहे हैं, हालाँकि वे कुछ भी नहीं देखते

Tafseer (तफ़सीर )

خُذِ
इख़्तियार कीजिए
ٱلْعَفْوَ
दरगुज़र को
وَأْمُرْ
और हुक्म दीजिए
بِٱلْعُرْفِ
नेकी का
وَأَعْرِضْ
और ऐराज़ कीजिए
عَنِ
जाहिलों से
ٱلْجَٰهِلِينَ
जाहिलों से

Khuthi al'afwa wamur bial'urfi waa'rid 'ani aljahileena

क्षमा की नीति अपनाओ और भलाई का हुक्म देते रहो और अज्ञानियों से किनारा खींचो

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِمَّا
और अगर
يَنزَغَنَّكَ
वसवसा आए आपको
مِنَ
शैतान की तरफ़ से
ٱلشَّيْطَٰنِ
शैतान की तरफ़ से
نَزْغٌ
कोई वसवसा
فَٱسْتَعِذْ
पस पनाह तलब कीजिए
بِٱللَّهِۚ
अल्लाह की
إِنَّهُۥ
बेशक वो
سَمِيعٌ
ख़ूब सुनने वाला है
عَلِيمٌ
ख़ूब जानने वाला है

Waimma yanzaghannaka mina alshshaytani nazghun faista'ith biAllahi innahu samee'un 'aleemun

और यदि शैतान तुम्हें उकसाए तो अल्लाह की शरण माँगो। निश्चय ही, वह सब कुछ सुनता जानता है

Tafseer (तफ़सीर )