فَلَمَّا جَاۤءَ اَمْرُنَا نَجَّيْنَا صٰلِحًا وَّالَّذِيْنَ اٰمَنُوْا مَعَهٗ بِرَحْمَةٍ مِّنَّا وَمِنْ خِزْيِ يَوْمِىِٕذٍ ۗاِنَّ رَبَّكَ هُوَ الْقَوِيُّ الْعَزِيْزُ ( هود: ٦٦ )
Falamma jaa amruna najjayna salihan waallatheena amanoo ma'ahu birahmatin minna wamin khizyi yawmiithin inna rabbaka huwa alqawiyyu al'azeezu (Hūd 11:66)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
फिर जब हमारा आदेश आ पहुँचा, तो हमने अपनी दयालुता से सालेह को और उसके साथ के ईमान लानेवालों को बचा लिया, और उस दिन के अपमान से उन्हें सुरक्षित रखा। वास्तव में, तुम्हारा रब बड़ा शक्तिवान, प्रभुत्वशाली है
English Sahih:
So when Our command came, We saved Saleh and those who believed with him, by mercy from Us, and [saved them] from the disgrace of that day. Indeed, it is your Lord who is the Powerful, the Exalted in Might. ([11] Hud : 66)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
यही ख़ुदा का वायदा है जो कभी झूठा नहीं होता फिर जब हमारा (अज़ाब का) हुक्म आ पहुँचा तो हमने सालेह और उन लोगों को जो उसके साथ ईमान लाए थे अपनी मेहरबानी से नजात दी और उस दिन की रुसवाई से बचा लिया इसमें शक़ नहीं कि तेरा परवरदिगार ज़बरदस्त ग़ालिब है