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فَاَخْرَجَ لَهُمْ عِجْلًا جَسَدًا لَّهٗ خُوَارٌ فَقَالُوْا هٰذَآ اِلٰهُكُمْ وَاِلٰهُ مُوْسٰى ەۙ فَنَسِيَ ۗ  ( طه: ٨٨ )

Then he brought forth
فَأَخْرَجَ
फिर उसने निकाला
for them
لَهُمْ
उनके लिए
a calf's
عِجْلًا
एक बछड़ा
body
جَسَدًا
मुजस्सम
it had
لَّهُۥ
जिसकी थी
a lowing sound
خُوَارٌ
गाय की आवाज़
and they said
فَقَالُوا۟
तो उन्होंने कहा
"This
هَٰذَآ
यही
(is) your god
إِلَٰهُكُمْ
इलाह है तुम्हारा
and the god
وَإِلَٰهُ
और इलाह
(of) Musa
مُوسَىٰ
मूसा का
but he forgot"
فَنَسِىَ
पस वो भूल गया

Faakhraja lahum 'ijlan jasadan lahu khuwarun faqaloo hatha ilahukum wailahu moosa fanasiya (Ṭāʾ Hāʾ 20:88)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उसने उनके लिए एक बछड़ा ढालकर निकाला, एक धड़ जिसकी आवाज़ बैल की थी। फिर उन्होंने कहा, 'यही तुम्हारा इष्ट-पूज्य है और मूसा का भी इष्ट -पूज्य है, किन्तु वह भूल गया है।'

English Sahih:

And he extracted for them [the statue of] a calf which had a lowing sound, and they said, "This is your god and the god of Moses, but he forgot." ([20] Taha : 88)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर सामरी ने उन लोगों के लिए (उसी जेवर से) एक बछड़े की मूरत बनाई जिसकी आवाज़ भी बछड़े की सी थी उस पर बाज़ लोग कहने लगे यही तुम्हारा (भी) माबूद और मूसा का (भी) माबूद है मगर वह भूल गया है