يُخْرِجُ الْحَيَّ مِنَ الْمَيِّتِ وَيُخْرِجُ الْمَيِّتَ مِنَ الْحَيِّ وَيُحْيِ الْاَرْضَ بَعْدَ مَوْتِهَا ۗوَكَذٰلِكَ تُخْرَجُوْنَ ࣖ ( الروم: ١٩ )
He brings forth
يُخْرِجُ
वो निकालता है
the living
ٱلْحَىَّ
ज़िन्दा को
from
مِنَ
मुर्दा से
the dead
ٱلْمَيِّتِ
मुर्दा से
and He brings forth
وَيُخْرِجُ
और वो निकालता है
the dead
ٱلْمَيِّتَ
मुर्दा को
from
مِنَ
ज़िन्दा से
the living
ٱلْحَىِّ
ज़िन्दा से
and He gives life
وَيُحْىِ
और वो ज़िन्दा करता है
(to) the earth
ٱلْأَرْضَ
ज़मीन को
after
بَعْدَ
बाद
its death
مَوْتِهَاۚ
उसकी मौत के
and thus
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
you will be brought forth
تُخْرَجُونَ
तुम निकाले जाओगे
Yukhriju alhayya mina almayyiti wayukhriju almayyita mina alhayyi wayuhyee alarda ba'da mawtiha wakathalika tukhrajoona (ar-Rūm 30:19)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वह जीवित को मृत से निकालता है और मृत को जीवित से, और धरती को उसकी मृत्यु के पश्चात जीवन प्रदान करता है। इसी प्रकार तुम भी निकाले जाओगे
English Sahih:
He brings the living out of the dead and brings the dead out of the living and brings to life the earth after its lifelessness. And thus will you be brought out. ([30] Ar-Rum : 19)