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وَقَالُوْا لَوْلَا نُزِّلَ عَلَيْهِ اٰيَةٌ مِّنْ رَّبِّهٖۗ قُلْ اِنَّ اللّٰهَ قَادِرٌ عَلٰٓى اَنْ يُّنَزِّلَ اٰيَةً وَّلٰكِنَّ اَكْثَرَهُمْ لَا يَعْلَمُوْنَ  ( الأنعام: ٣٧ )

And they said
وَقَالُوا۟
और वो कहते हैं
"Why (is) not
لَوْلَا
क्यों ना
sent down
نُزِّلَ
नाज़िल की गई
to him
عَلَيْهِ
उस पर
a Sign
ءَايَةٌ
कोई निशानी
from
مِّن
उसके रब की तरफ़ से
his Lord?"
رَّبِّهِۦۚ
उसके रब की तरफ़ से
Say
قُلْ
कह दीजिए
"Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) Able
قَادِرٌ
क़ादिर है
[on]
عَلَىٰٓ
इस पर
to
أَن
कि
send down
يُنَزِّلَ
वो नाज़िल करे
a Sign
ءَايَةً
कोई निशानी
but
وَلَٰكِنَّ
और लेकिन
most of them
أَكْثَرَهُمْ
अक्सर उनके
(do) not
لَا
नहीं वो इल्म रखते
know"
يَعْلَمُونَ
नहीं वो इल्म रखते

Waqaloo lawla nuzzila 'alayhi ayatun min rabbihi qul inna Allaha qadirun 'ala an yunazzila ayatan walakinna aktharahum la ya'lamoona (al-ʾAnʿām 6:37)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे यह भी कहते है, 'उस (नबी) पर उसके रब की ओर से कोई निशानी क्यों नहीं उतारी गई?' कह दो, 'अल्लाह को तो इसकी सामर्थ्य प्राप्त है कि कोई निशानी उतार दे; परन्तु उनमें से अधिकतर लोग नहीं जानते।'

English Sahih:

And they say, "Why has a sign not been sent down to him from his Lord?" Say, "Indeed, Allah is Able to send down a sign, but most of them do not know." ([6] Al-An'am : 37)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और कुफ्फ़ार कहते हैं कि (आख़िर) उस नबी पर उसके परवरदिगार की तरफ से कोई मौजिज़ा क्यों नहीं नाज़िल होता तो तुम (उनसे) कह दो कि ख़ुदा मौजिज़े के नाज़िल करने पर ज़रुर क़ादिर है मगर उनमें के अक्सर लोग (ख़ुदा की मसलहतों को) नहीं जानते