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وَانْشَقَّتِ السَّمَاۤءُ فَهِيَ يَوْمَىِٕذٍ وَّاهِيَةٌۙ  ( الحاقة: ١٦ )

And will split
وَٱنشَقَّتِ
और फट जाएगा
the heaven
ٱلسَّمَآءُ
आसमान
so it
فَهِىَ
तो वो
(is on) that Day
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
frail
وَاهِيَةٌ
कमज़ोर होगा

Wainshaqqati alssamao fahiya yawmaithin wahiyatun (al-Ḥāq̈q̈ah 69:16)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और आकाश फट जाएगा और उस दिन उसका बन्धन ढीला पड़ जाएगा,

English Sahih:

And the heaven will split [open], for that Day it is infirm. ([69] Al-Haqqah : 16)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो वह उस दिन बहुत फुस फुसा होगा और फ़रिश्ते उनके किनारे पर होंगे