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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوا اسْتَجِيْبُوْا لِلّٰهِ وَلِلرَّسُوْلِ اِذَا دَعَاكُمْ لِمَا يُحْيِيْكُمْۚ وَاعْلَمُوْٓا اَنَّ اللّٰهَ يَحُوْلُ بَيْنَ الْمَرْءِ وَقَلْبِهٖ وَاَنَّهٗٓ اِلَيْهِ تُحْشَرُوْنَ  ( الأنفال: ٢٤ )

O you!
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
who!
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe!
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
Respond
ٱسْتَجِيبُوا۟
क़ुबूल कर लो (हुक्म)
to Allah
لِلَّهِ
अल्लाह का
and His Messenger
وَلِلرَّسُولِ
और रसूल का
when
إِذَا
जब
he calls you
دَعَاكُمْ
वो पुकारे तुम्हें
to what
لِمَا
उसके लिए जो
gives you life
يُحْيِيكُمْۖ
ज़िन्दगी बख़्शता है तुम्हें
And know
وَٱعْلَمُوٓا۟
और जान लो
that
أَنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
comes
يَحُولُ
वो हाइल होता है
(in) between
بَيْنَ
दर्मियान
a man
ٱلْمَرْءِ
आदमी
and his heart
وَقَلْبِهِۦ
और उसके दिल के
and that
وَأَنَّهُۥٓ
और बेशक वो
to Him
إِلَيْهِ
तरफ़ उसी के
you will be gathered
تُحْشَرُونَ
तुम इकट्ठे किए जाओगे

Ya ayyuha allatheena amanoo istajeeboo lillahi walilrrasooli itha da'akum lima yuhyeekum wai'lamoo anna Allaha yahoolu bayna almari waqalbihi waannahu ilayhi tuhsharoona (al-ʾAnfāl 8:24)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ ईमान लानेवाले! अल्लाह और रसूल की बात मानो, जब वह तुम्हें उस चीज़ की ओर बुलाए जो तुम्हें जीवन प्रदान करनेवाली है, और जान रखो कि अल्लाह आदमी और उसके दिल के बीच आड़े आ जाता है और यह कि वही है जिसकी ओर (पलटकर) तुम एकत्र होगे

English Sahih:

O you who have believed, respond to Allah and to the Messenger when he calls you to that which gives you life. And know that Allah intervenes between a man and his heart and that to Him you will be gathered. ([8] Al-Anfal : 24)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमानदार जब तुम को हमारा रसूल (मोहम्मद) ऐसे काम के लिए बुलाए जो तुम्हारी रूहानी ज़िन्दगी का बाइस हो तो तुम ख़ुदा और रसूल के हुक्म दिल से कुबूल कर लो और जान लो कि ख़ुदा वह क़ादिर मुतलिक़ है कि आदमी और उसके दिल (इरादे) के दरमियान इस तरह आ जाता है और ये भी समझ लो कि तुम सबके सब उसके सामने हाज़िर किये जाओगे