اِذْ يَقُوْلُ الْمُنٰفِقُوْنَ وَالَّذِيْنَ فِيْ قُلُوْبِهِمْ مَّرَضٌ غَرَّ هٰٓؤُلَاۤءِ دِيْنُهُمْۗ وَمَنْ يَّتَوَكَّلْ عَلَى اللّٰهِ فَاِنَّ اللّٰهَ عَزِيْزٌ حَكِيْمٌ ( الأنفال: ٤٩ )
Ith yaqoolu almunafiqoona waallatheena fee quloobihim maradun gharra haolai deenuhum waman yatawakkal 'ala Allahi fainna Allaha 'azeezun hakeemun (al-ʾAnfāl 8:49)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
याद करो जब कपटाचारी और वे लोग जिनके दिलों में रोग है, कह रहे थे, 'इन लोगों को तो इनके धर्म ने धोखे में डाल रखा है।' हालाँकि जो अल्लाह पर भरोसा रखता है, तो निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है
English Sahih:
[Remember] when the hypocrites and those in whose hearts was disease [i.e., arrogance and disbelief] said, "Their religion has deluded those [Muslims]." But whoever relies upon Allah – then indeed, Allah is Exalted in Might and Wise. ([8] Al-Anfal : 49)
1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
(ये वक्त था) जब मुनाफिक़ीन और जिन लोगों के दिल में (कुफ्र का) मर्ज़ है कह रहे थे कि उन मुसलमानों को उनके दीन ने धोके में डाल रखा है (कि इतराते फिरते हैं हालॉकि जो शख़्स ख़ुदा पर भरोसा करता है (वह ग़ालिब रहता है क्योंकि) ख़ुदा तो यक़ीनन ग़ालिब और हिकमत वाला है