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فَسَوْفَ تَعْلَمُوْنَۙ مَنْ يَّأْتِيْهِ عَذَابٌ يُّخْزِيْهِ وَيَحِلُّ عَلَيْهِ عَذَابٌ مُّقِيْمٌ  ( هود: ٣٩ )

And soon
فَسَوْفَ
पस अनक़रीब
you will know
تَعْلَمُونَ
तुम जान लोगे
(on) whom
مَن
कौन है जो
will come
يَأْتِيهِ
आएगा उसके पास
a punishment
عَذَابٌ
अज़ाब
(that) will disgrace him
يُخْزِيهِ
जो रुस्वा कर देगा उसे
and will descend
وَيَحِلُّ
और उतरेगा
on him
عَلَيْهِ
उस पर
a punishment
عَذَابٌ
अज़ाब
lasting"
مُّقِيمٌ
दाइमी

Fasawfa ta'lamoona man yateehi 'athabun yukhzeehi wayahillu 'alayhi 'athabun muqeemun (Hūd 11:39)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अब शीघ्र ही तुम जान लोगे कि कौन है जिसपर ऐसी यातना आती है, जो उसे अपमानित कर देगी और जिसपर ऐसी स्थाई यातना टूट पड़ती है

English Sahih:

And you are going to know who will get a punishment that will disgrace him [on earth] and upon whom will descend an enduring punishment [in the Hereafter]." ([11] Hud : 39)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुम्हें अनक़रीब ही मालूम हो जाएगा कि किस पर अज़ाब नाज़िल होता है कि (दुनिया में) उसे रुसवा कर दे और किस पर (क़यामत में) दाइमी अज़ाब नाज़िल होता है