فَلَمَّآ اَنْ جَاۤءَ الْبَشِيْرُ اَلْقٰىهُ عَلٰى وَجْهِهٖ فَارْتَدَّ بَصِيْرًاۗ قَالَ اَلَمْ اَقُلْ لَّكُمْۙ اِنِّيْٓ اَعْلَمُ مِنَ اللّٰهِ مَا لَا تَعْلَمُوْنَ ( يوسف: ٩٦ )
Then when
فَلَمَّآ
फिर जब
[that]
أَن
ये कि
arrived
جَآءَ
आ गया
the bearer of glad tidings
ٱلْبَشِيرُ
ख़ुशख़बरी देने वाला
he cast it
أَلْقَىٰهُ
उसने डाला उसे
over
عَلَىٰ
ऊपर
his face
وَجْهِهِۦ
उसके चेहरे के
then returned (his) sight
فَٱرْتَدَّ
तो हो गया वो
then returned (his) sight
بَصِيرًاۖ
देखने वाला
He said
قَالَ
उसने कहा
"Did not
أَلَمْ
क्या नहीं
I say
أَقُل
मैंने कहा था
to you
لَّكُمْ
तुम्हें
indeed, I
إِنِّىٓ
बेशक मैं
[I] know
أَعْلَمُ
मैं जानता हूँ
from
مِنَ
अल्लाह की तरफ़ से
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
what
مَا
जो
not
لَا
नहीं तुम जानते
you know?"
تَعْلَمُونَ
नहीं तुम जानते
Falamma an jaa albasheeru alqahu 'ala wajhihi fairtadda baseeran qala alam aqul lakum innee a'lamu mina Allahi ma la ta'lamoona (Yūsuf 12:96)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
फिर जब शुभ सूचना देनेवाला आया तो उसने उस (कुर्ते) को उसके मुँह पर डाल दिया और तत्क्षण उसकी नेत्र-ज्योति लौट आई। उसने कहा, 'क्या मैंने तुमसे कहा नहीं था कि अल्लाह की ओर से जो मैं जानता हूँ, तुम नहीं जानते।'
English Sahih:
And when the bearer of good tidings arrived, he cast it over his face, and he returned [once again] seeing. He said, "Did I not tell you that I know from Allah that which you do not know?" ([12] Yusuf : 96)