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اِنَّهٗ يَعْلَمُ الْجَهْرَ مِنَ الْقَوْلِ وَيَعْلَمُ مَا تَكْتُمُوْنَ   ( الأنبياء: ١١٠ )

Indeed He
إِنَّهُۥ
बेशक वो
knows
يَعْلَمُ
वो जानता है
the declared
ٱلْجَهْرَ
ज़ाहिर को
[of]
مِنَ
बात में से
[the] speech
ٱلْقَوْلِ
बात में से
and He knows
وَيَعْلَمُ
और वो जानता है
what
مَا
उस को जो
you conceal
تَكْتُمُونَ
तुम छुपाते हो

Innahu ya'lamu aljahra mina alqawli waya'lamu ma taktumoona (al-ʾAnbiyāʾ 21:110)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निश्चय ही वह ऊँची आवाज़ में कही हुई बात को जानता है और उसे भी जानता है जो तुम छिपाते हो

English Sahih:

Indeed, He knows what is declared of speech, and He knows what you conceal. ([21] Al-Anbya : 110)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

इसमें शक नहीं कि वह उस बात को भी जानता है जो पुकार कर कही जाती है और जिसे तुम लोग छिपाते हो उससे भी खूब वाक़िफ है