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وَيَوْمَ يَحْشُرُهُمْ وَمَا يَعْبُدُوْنَ مِنْ دُوْنِ اللّٰهِ فَيَقُوْلُ ءَاَنْتُمْ اَضْلَلْتُمْ عِبَادِيْ هٰٓؤُلَاۤءِ اَمْ هُمْ ضَلُّوا السَّبِيْلَ ۗ  ( الفرقان: ١٧ )

And (the) Day
وَيَوْمَ
और जिस दिन
He will gather them
يَحْشُرُهُمْ
वो इकट्ठा करेगा उन्हें
and what
وَمَا
और जिनकी
they worship
يَعْبُدُونَ
वो इबादत करते हैं
besides Allah
مِن
सिवाए
besides Allah
دُونِ
सिवाए
besides Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
and He will say
فَيَقُولُ
तो वो फ़रमाएगा
"Did you
ءَأَنتُمْ
क्या तुम ने
[you] mislead
أَضْلَلْتُمْ
गुमराह किया तुम ने
My slaves
عِبَادِى
मेरे बन्दों को
these
هَٰٓؤُلَآءِ
उन सबको
or
أَمْ
या
they
هُمْ
वो (ख़ुद)
went astray
ضَلُّوا۟
भटक गए थे
(from) the way?"
ٱلسَّبِيلَ
रास्ते से

Wayawma yahshuruhum wama ya'budoona min dooni Allahi fayaqoolu aantum adlaltum 'ibadee haolai am hum dalloo alssabeela (al-Furq̈ān 25:17)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जिस दिन उन्हें इकट्ठा किया जाएगा और उनको भी जिन्हें वे अल्लाह को छोड़कर पूजते है, फिर वह कहेगा, 'क्या मेरे बन्दों को तुमने पथभ्रष्ट किया था या वे स्वयं मार्ग छोड़ बैठे थे?'

English Sahih:

And [mention] the Day He will gather them and that which they worship besides Allah and will say, "Did you mislead these, My servants, or did they [themselves] stray from the way?" ([25] Al-Furqan : 17)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जिस दिन ख़ुदा उन लोगों को और जिनकी ये लोग ख़ुदा को छोड़कर परसतिश किया करते हैं (उनको) जमा करेगा और पूछेगा क्या तुम ही ने हमारे उन बन्दों को गुमराह कर दिया था या ये लोग खुद राह रास्ते से भटक गए थे