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اِنَّهَا سَاۤءَتْ مُسْتَقَرًّا وَّمُقَامًا   ( الفرقان: ٦٦ )

Indeed it
إِنَّهَا
बेशक वो
(is) an evil
سَآءَتْ
बहुत बुरा है
abode
مُسْتَقَرًّا
ठिकाना
and resting place"
وَمُقَامًا
और क़यामगाह

Innaha saat mustaqarran wamuqaman (al-Furq̈ān 25:66)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निश्चय ही वह जगह ठहरने की दृष्टि! से भी बुरी है और स्थान की दृष्टि से भी

English Sahih:

Indeed, it is evil as a settlement and residence." ([25] Al-Furqan : 66)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

बेशक वह बहुत बुरा ठिकाना और बुरा मक़ाम है