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قُلِ الْحَمْدُ لِلّٰهِ وَسَلٰمٌ عَلٰى عِبَادِهِ الَّذِيْنَ اصْطَفٰىۗ ءٰۤاللّٰهُ خَيْرٌ اَمَّا يُشْرِكُوْنَ ۔   ( النمل: ٥٩ )

Say
قُلِ
कह दीजिए
"All praise (be)
ٱلْحَمْدُ
सब तारीफ़
to Allah
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए है
and peace (be)
وَسَلَٰمٌ
और सलाम है
upon
عَلَىٰ
उसके उन बन्दों पर
His slaves
عِبَادِهِ
उसके उन बन्दों पर
those whom
ٱلَّذِينَ
जिन्हें
He has chosen
ٱصْطَفَىٰٓۗ
उसने चुन लिया
Is Allah
ءَآللَّهُ
क्या अल्लाह
better
خَيْرٌ
बेहतर है
or what
أَمَّا
या जिन्हें
they associate (with Him)?"
يُشْرِكُونَ
वो शरीक ठहराते हैं

Quli alhamdu lillahi wasalamun 'ala 'ibadihi allatheena istafa allahu khayrun amma yushrikoona (an-Naml 27:59)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कहो, 'प्रशंसा अल्लाह के लिए है और सलाम है उनके उन बन्दों पर जिन्हें उसने चुन लिया। क्या अल्लाह अच्छा है या वे जिन्हें वे साझी ठहरा रहे है?

English Sahih:

Say, [O Muhammad], "Praise be to Allah, and peace upon His servants whom He has chosen. Is Allah better or what they associate with Him?" ([27] An-Naml : 59)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) तुम कह दो (उनके हलाक़ होने पर) खुदा का शुक्र और उसके बरगुज़ीदा बन्दों पर सलाम भला ख़ुदा बेहतर है या वह चीज़ जिसे ये लोग शरीके ख़ुदा कहते हैं