قُلْ اِنْ كُنْتُمْ تُحِبُّوْنَ اللّٰهَ فَاتَّبِعُوْنِيْ يُحْبِبْكُمُ اللّٰهُ وَيَغْفِرْ لَكُمْ ذُنُوْبَكُمْ ۗ وَاللّٰهُ غَفُوْرٌ رَّحِيْمٌ ( آل عمران: ٣١ )
Say
قُلْ
कह दीजिए
"If
إِن
अगर
you
كُنتُمْ
हो तुम
love
تُحِبُّونَ
तुम मोहब्बत करते
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह से
then follow me
فَٱتَّبِعُونِى
तो पैरवी करो मेरी
will love you
يُحْبِبْكُمُ
मोहब्बत करेगा तुम से
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
and He will forgive
وَيَغْفِرْ
और वो बख़्श देगा
for you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
your sins
ذُنُوبَكُمْۗ
तुम्हारे गुनाहों को
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) Oft-Forgiving
غَفُورٌ
बहुत बख़्शने वाला है
Most Merciful
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है
Qul in kuntum tuhibboona Allaha faittabi'oonee yuhbibkumu Allahu wayaghfir lakum thunoobakum waAllahu ghafoorun raheemun (ʾĀl ʿImrān 3:31)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कह दो, 'यदि तुम अल्लाह से प्रेम करते हो तो मेरा अनुसरण करो, अल्लाह भी तुमसे प्रेम करेगा और तुम्हारे गुनाहों को क्षमा कर देगा। अल्लाह बड़ा क्षमाशील, दयावान है।'
English Sahih:
Say, [O Muhammad], "If you should love Allah, then follow me, [so] Allah will love you and forgive you your sins. And Allah is Forgiving and Merciful." ([3] Ali 'Imran : 31)