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bismillah

الٓمٓ
अलिफ़ लाम मीम

Aliflammeem

अलीफ़॰ लाम॰ मीम॰

Tafseer (तफ़सीर )

ٱللَّهُ
अल्लाह
لَآ
नहीं
إِلَٰهَ
कोई इलाह (बरहक़)
إِلَّا
मगर
هُوَ
वो ही
ٱلْحَىُّ
ज़िन्दा है
ٱلْقَيُّومُ
क़ायम रखने वाला है

Allahu la ilaha illa huwa alhayyu alqayyoomu

अल्लाह ही पूज्य हैं, उसके सिवा कोई पूज्य नहीं। वह जीवन्त हैं, सबको सँम्भालने और क़ायम रखनेवाला

Tafseer (तफ़सीर )

نَزَّلَ
उसने नाज़िल की
عَلَيْكَ
आप पर
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
بِٱلْحَقِّ
साथ हक़ के
مُصَدِّقًا
तसदीक़ करने वाली है
لِّمَا
उनकी जो
بَيْنَ
इससे पहले थीं
يَدَيْهِ
इससे पहले थीं
وَأَنزَلَ
और उसने नाज़िल की
ٱلتَّوْرَىٰةَ
तौरात
وَٱلْإِنجِيلَ
और इन्जील

Nazzala 'alayka alkitaba bialhaqqi musaddiqan lima bayna yadayhi waanzala alttawrata waalinjeela

उसने तुमपर हक़ के साथ किताब उतारी जो पहले की (किताबों की) पुष्टि करती हैं, और उसने तौरात और इंजील उतारी

Tafseer (तफ़सीर )

مِن
इससे पहले
قَبْلُ
इससे पहले
هُدًى
हिदायत
لِّلنَّاسِ
लोगों के लिए
وَأَنزَلَ
और उसने नाज़िल किया
ٱلْفُرْقَانَۗ
फ़ुरक़ान
إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
كَفَرُوا۟
जिन्होंने कुफ़्र किया
بِـَٔايَٰتِ
साथ आयात के
ٱللَّهِ
अल्लाह की
لَهُمْ
उनके लिए
عَذَابٌ
अज़ाब है
شَدِيدٌۗ
सख़्त
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
عَزِيزٌ
बहुत ज़बरदस्त है
ذُو
इन्तिक़ाम लेने वाला है
ٱنتِقَامٍ
इन्तिक़ाम लेने वाला है

Min qablu hudan lilnnasi waanzala alfurqana inna allatheena kafaroo biayati Allahi lahum 'athabun shadeedun waAllahu 'azeezun thoo intiqamin

इससे पहले लोगों के मार्गदर्शन के लिए और उसने कसौटी भी उतारी। निस्संदेह जिन लोगों ने अल्लाह की आयतों का इनकार किया उनके लिए कठोर यातना हैं और अल्लाह प्रभुत्वशाली भी हैं और (बुराई का) बदला लेनेवाला भी

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
لَا
नहीं छुपती
يَخْفَىٰ
नहीं छुपती
عَلَيْهِ
उस पर
شَىْءٌ
कोई चीज़
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
وَلَا
और ना
فِى
आसमान में
ٱلسَّمَآءِ
आसमान में

Inna Allaha la yakhfa 'alayhi shayon fee alardi wala fee alssamai

निस्संदेह अल्लाह से कोई चीज़ न धरती में छिपी हैं और न आकाश में

Tafseer (तफ़सीर )

هُوَ
वो ही है
ٱلَّذِى
जो
يُصَوِّرُكُمْ
सूरत बनाता है तुम्हारी
فِى
रहमों में
ٱلْأَرْحَامِ
रहमों में
كَيْفَ
जिस तरह
يَشَآءُۚ
वो चाहता है
لَآ
नहीं है
إِلَٰهَ
कोई इलाह (बरहक़)
إِلَّا
मगर
هُوَ
वो ही
ٱلْعَزِيزُ
बहुत ज़बरदस्त है
ٱلْحَكِيمُ
ख़ूब हिकमत वाला है

Huwa allathee yusawwirukum fee alarhami kayfa yashao la ilaha illa huwa al'azeezu alhakeemu

वही हैं जो गर्भाशयों में, जैसा चाहता हैं, तुम्हारा रूप देता हैं। उस प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी के अतिरिक्त कोई पूज्य-प्रभु नहीं

Tafseer (तफ़सीर )

هُوَ
वो ही है
ٱلَّذِىٓ
जिसने
أَنزَلَ
नाज़िल की
عَلَيْكَ
आप पर
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
مِنْهُ
उसमें से
ءَايَٰتٌ
कुछ आयात
مُّحْكَمَٰتٌ
मोहकम हैं
هُنَّ
वो
أُمُّ
असल हैं
ٱلْكِتَٰبِ
किताब की
وَأُخَرُ
और दूसरी
مُتَشَٰبِهَٰتٌۖ
मुताशाबह/बाहम मिलती जुलती हैं
فَأَمَّا
तो रहे
ٱلَّذِينَ
वो लोग
فِى
दिलों में जिनके
قُلُوبِهِمْ
दिलों में जिनके
زَيْغٌ
टेढ़ है
فَيَتَّبِعُونَ
पस वो पैरवी करते हैं
مَا
उसकी जो
تَشَٰبَهَ
मुताशाबह है
مِنْهُ
उसमें से
ٱبْتِغَآءَ
चाहने को
ٱلْفِتْنَةِ
फ़ितना
وَٱبْتِغَآءَ
और चाहने को
تَأْوِيلِهِۦۗ
मतलब उसका
وَمَا
और नहीं
يَعْلَمُ
जानता
تَأْوِيلَهُۥٓ
मतलब उसका
إِلَّا
मगर
ٱللَّهُۗ
अल्लाह
وَٱلرَّٰسِخُونَ
और जो पुख़्ताकार हैं
فِى
इल्म में
ٱلْعِلْمِ
इल्म में
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
بِهِۦ
उस पर
كُلٌّ
सब कुछ
مِّنْ
पास से
عِندِ
पास से
رَبِّنَاۗ
हमारे रब के
وَمَا
और नहीं
يَذَّكَّرُ
नसीहत पकड़ते
إِلَّآ
मगर
أُو۟لُوا۟
अक़्ल वाले
ٱلْأَلْبَٰبِ
अक़्ल वाले

Huwa allathee anzala 'alayka alkitaba minhu ayatun muhkamatun hunna ommu alkitabi waokharu mutashabihatun faamma allatheena fee quloobihim zayghun fayattabi'oona ma tashabaha minhu ibtighaa alfitnati waibtighaa taweelihi wama ya'lamu taweelahu illa Allahu waalrrasikhoona fee al'ilmi yaqooloona amanna bihi kullun min 'indi rabbina wama yaththakkaru illa oloo alalbabi

वही हैं जिसने तुमपर अपनी ओर से किताब उतारी, वे सुदृढ़ आयतें हैं जो किताब का मूल और सारगर्भित रूप हैं और दूसरी उपलक्षित, तो जिन लोगों के दिलों में टेढ़ हैं वे फ़ितना (गुमराही) का तलाश और उसके आशय और परिणाम की चाह में उसका अनुसरण करते हैं जो उपलक्षित हैं। जबकि उनका परिणाम बस अल्लाह ही जानता हैं, और वे जो ज्ञान में पक्के हैं, वे कहते हैं, 'हम उसपर ईमान लाए, जो हर एक हमारे रब ही की ओर से हैं।' और चेतते तो केवल वही हैं जो बुद्धि और समझ रखते हैं

Tafseer (तफ़सीर )

رَبَّنَا
ऐ हमारे रब
لَا
ना तू टेढ़ा कर
تُزِغْ
ना तू टेढ़ा कर
قُلُوبَنَا
हमारे दिलों को
بَعْدَ
बाद उसके
إِذْ
जब
هَدَيْتَنَا
हिदायत दी तूने हमें
وَهَبْ
और अता कर
لَنَا
हमारे लिए
مِن
अपने पास से
لَّدُنكَ
अपने पास से
رَحْمَةًۚ
रहमत
إِنَّكَ
बेशक तू
أَنتَ
तू ही है
ٱلْوَهَّابُ
बहुत अता करने वाला

Rabbana la tuzigh quloobana ba'da ith hadaytana wahab lana min ladunka rahmatan innaka anta alwahhabu

हमारे रब! जब तू हमें सीधे मार्ग पर लगा चुका है तो इसके पश्चात हमारे दिलों में टेढ़ न पैदा कर और हमें अपने पास से दयालुता प्रदान कर। निश्चय ही तू बड़ा दाता है

Tafseer (तफ़सीर )

رَبَّنَآ
ऐ हमारे रब
إِنَّكَ
बेशक तू
جَامِعُ
जमा करने वाला है
ٱلنَّاسِ
लोगों को
لِيَوْمٍ
एक दिन के लिए
لَّا
नहीं कोई शक
رَيْبَ
नहीं कोई शक
فِيهِۚ
जिसमें
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
لَا
नहीं ख़िलाफ़ करता
يُخْلِفُ
नहीं ख़िलाफ़ करता
ٱلْمِيعَادَ
वादे के

Rabbana innaka jami'u alnnasi liyawmin la rayba feehi inna Allaha la yukhlifu almee'ada

हमारे रब! तू लोगों को एक दिन इकट्ठा करने वाला है, जिसमें कोई संदेह नही। निस्सन्देह अल्लाह अपने वचन के विरुद्ध जाने वाला नही है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
لَن
हरगिज़ ना
تُغْنِىَ
काम आऐंगे
عَنْهُمْ
उन्हें
أَمْوَٰلُهُمْ
माल उनके
وَلَآ
और ना
أَوْلَٰدُهُم
औलाद उनकी
مِّنَ
अल्लाह से
ٱللَّهِ
अल्लाह से
شَيْـًٔاۖ
कुछ भी
وَأُو۟لَٰٓئِكَ
और यही लोग
هُمْ
वो
وَقُودُ
ईंधन हैं
ٱلنَّارِ
आग का

Inna allatheena kafaroo lan tughniya 'anhum amwaluhum wala awladuhum mina Allahi shayan waolaika hum waqoodu alnnari

जिन लोगों ने इनकार की नीति अपनाई है अल्लाह के मुकाबले में तो न उसके माल उनके कुछ काम आएँगे और न उनकी संतान ही। और वही हैं जो आग (जहन्नम) का ईधन बनकर रहेंगे

Tafseer (तफ़सीर )
कुरान की जानकारी :
आले इमरान
القرآن الكريم:آل عمران
आयत सजदा (سجدة):-
सूरा (latin):Ali 'Imran
सूरा:3
कुल आयत:200
कुल शब्द:3480
कुल वर्ण:14520
रुकु:20
वर्गीकरण:मदीनन सूरा
Revelation Order:89
से शुरू आयत:293