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۞ قَدْ يَعْلَمُ اللّٰهُ الْمُعَوِّقِيْنَ مِنْكُمْ وَالْقَاۤىِٕلِيْنَ لِاِخْوَانِهِمْ هَلُمَّ اِلَيْنَا ۚوَلَا يَأْتُوْنَ الْبَأْسَ اِلَّا قَلِيْلًاۙ  ( الأحزاب: ١٨ )

Verily
قَدْ
तहक़ीक़
Allah knows
يَعْلَمُ
जानता है
Allah knows
ٱللَّهُ
अल्लाह
those who hinder
ٱلْمُعَوِّقِينَ
रोकने वालों को
among you
مِنكُمْ
तुम में से
and those who say
وَٱلْقَآئِلِينَ
और कहने वालों को
to their brothers
لِإِخْوَٰنِهِمْ
अपने भाईयों से
"Come
هَلُمَّ
आओ
to us"
إِلَيْنَاۖ
तरफ़ हमारे
and not
وَلَا
और नहीं
they come
يَأْتُونَ
वो आते
(to) the battle
ٱلْبَأْسَ
लड़ाई को
except
إِلَّا
मगर
a few
قَلِيلًا
बहुत थोड़े

Qad ya'lamu Allahu almu'awwiqeena minkum waalqaileena liikhwanihim halumma ilayna wala yatoona albasa illa qaleelan (al-ʾAḥzāb 33:18)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अल्लाह तुममें से उन लोगों को भली-भाँति जानता है जो (युद्ध से) रोकते है और अपने भाइयों से कहते है, 'हमारे पास आ जाओ।' और वे लड़ाई में थोड़े ही आते है, (क्योंकि वे)

English Sahih:

Already Allah knows the hinderers among you and those [hypocrites] who say to their brothers, "Come to us," and do not go to battle, except for a few, ([33] Al-Ahzab : 18)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तुममें से जो लोग (दूसरों को जिहाद से) रोकते हैं खुदा उनको खूब जानता है और (उनको भी खूब जानता है) जो अपने भाई बन्दों से कहते हैं कि हमारे पास चले भी आओ और खुद भी (फक़त पीछा छुड़ाने को लड़ाई के खेत) में बस एक ज़रा सा आकर तुमसे अपनी जान चुराई