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يٰٓاَيُّهَا النَّبِيُّ قُلْ لِّاَزْوَاجِكَ اِنْ كُنْتُنَّ تُرِدْنَ الْحَيٰوةَ الدُّنْيَا وَزِيْنَتَهَا فَتَعَالَيْنَ اُمَتِّعْكُنَّ وَاُسَرِّحْكُنَّ سَرَاحًا جَمِيْلًا   ( الأحزاب: ٢٨ )

O Prophet!
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ नबी
O Prophet!
ٱلنَّبِىُّ
ऐ नबी
Say
قُل
कह दीजिए
to your wives
لِّأَزْوَٰجِكَ
अपनी बीवियों से
"If
إِن
अगर
you
كُنتُنَّ
हो तुम
desire
تُرِدْنَ
तुम चाहती
the life
ٱلْحَيَوٰةَ
ज़िन्दगी
(of) the world
ٱلدُّنْيَا
दुनिया की
and its adornment
وَزِينَتَهَا
और ज़ीनत उसकी
then come
فَتَعَالَيْنَ
तो आओ
I will provide for you
أُمَتِّعْكُنَّ
मैं कुछ सामान दे दूँ तुम्हें
and release you
وَأُسَرِّحْكُنَّ
और मैं रुख़्सत कर दूँ तुम्हें
(with) a release
سَرَاحًا
रुख़्सत करना
good
جَمِيلًا
अच्छे तरीक़े से

Ya ayyuha alnnabiyyu qul liazwajika in kuntunna turidna alhayata alddunya wazeenataha fata'alayna omatti'kunna waosarrihkunna sarahan jameelan (al-ʾAḥzāb 33:28)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ नबी! अपनी पत्नि यों से कह दो कि 'यदि तुम सांसारिक जीवन और उसकी शोभा चाहती हो तो आओ, मैं तुम्हें कुछ दे-दिलाकर भली रीति से विदा कर दूँ

English Sahih:

O Prophet, say to your wives, "If you should desire the worldly life and its adornment, then come, I will provide for you and give you a gracious release. ([33] Al-Ahzab : 28)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ रसूल अपनी बीवियों से कह दो कि अगर तुम (फक़त) दुनियावी ज़िन्दगी और उसकी आराइश व ज़ीनत की ख्वाहॉ हो तो उधर आओ मैं तुम लोगों को कुछ साज़ो सामान दे दूँ और उनवाने शाइस्ता से रूख़सत कर दूँ