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اِنْ هُوَ اِلَّا ذِكْرٌ لِّلْعٰلَمِيْنَ  ( ص: ٨٧ )

Not
إِنْ
नहीं है
it (is)
هُوَ
वो
except
إِلَّا
मगर
a Reminder
ذِكْرٌ
एक नसीहत
to the worlds
لِّلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहान वालों के लिए

In huwa illa thikrun lil'alameena (Ṣād 38:87)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वह तो एक अनुस्मृति है सारे संसारवालों के लिए

English Sahih:

It is but a reminder to the worlds. ([38] Sad : 87)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ये (क़ुरान) तो बस सारे जहाँन के लिए नसीहत है