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وَّلَاُضِلَّنَّهُمْ وَلَاُمَنِّيَنَّهُمْ وَلَاٰمُرَنَّهُمْ فَلَيُبَتِّكُنَّ اٰذَانَ الْاَنْعَامِ وَلَاٰمُرَنَّهُمْ فَلَيُغَيِّرُنَّ خَلْقَ اللّٰهِ ۚ وَمَنْ يَّتَّخِذِ الشَّيْطٰنَ وَلِيًّا مِّنْ دُوْنِ اللّٰهِ فَقَدْ خَسِرَ خُسْرَانًا مُّبِيْنًا   ( النساء: ١١٩ )

"And I will surely mislead them
وَلَأُضِلَّنَّهُمْ
और अलबत्ता मैं ज़रूर भटकाऊँगा उन्हें
and surely arouse desires in them
وَلَأُمَنِّيَنَّهُمْ
और अलबत्ता मैं ज़रूर उम्मीदें दिलाऊँगा उन्हें
and surely I will order them
وَلَءَامُرَنَّهُمْ
और अलबत्ता मैं ज़रूर हुक्म दूँगा उन्हें
so they will surely cut off
فَلَيُبَتِّكُنَّ
फिर अलबत्ता वो ज़रूर काटेंगे
(the) ears
ءَاذَانَ
कान
(of) the cattle
ٱلْأَنْعَٰمِ
मवेशियों के
and surely I will order them
وَلَءَامُرَنَّهُمْ
और अलबत्ता मैं ज़रूर हुक्म दूँगा उन्हें
so they will surely change
فَلَيُغَيِّرُنَّ
पस अलबत्ता वो ज़रूर बदल देंगे
(the) creation
خَلْقَ
तख़्लीक़
(of) Allah"
ٱللَّهِۚ
अल्लाह की
And whoever
وَمَن
और जो कोई
takes
يَتَّخِذِ
बनाएगा
the Shaitaan
ٱلشَّيْطَٰنَ
शैतान को
(as) a friend
وَلِيًّا
दोस्त
from
مِّن
सिवाय
besides
دُونِ
सिवाय
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
then surely
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
he (has) lost
خَسِرَ
उसने नुक़सान उठाया
a loss
خُسْرَانًا
नुक़सान उठाना
manifest
مُّبِينًا
खुल्लम-खुल्ला

Walaodillannahum walaomanniyannahum walaamurannahum falayubattikunna athana alan'ami walaamurannahum falayughayyirunna khalqa Allahi waman yattakhithi alshshaytana waliyyan min dooni Allahi faqad khasira khusranan mubeenan (an-Nisāʾ 4:119)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

'और उन्हें अवश्य ही भटकाऊँगा और उन्हें कामनाओं में उलझाऊँगा, और उन्हें हुक्म दूँगा तो वे चौपायों के कान फाड़ेगे, और उन्हें मैं सुझाव दूँगा तो वे अल्लाह की संरचना में परिवर्तन करेंगे।' और जिसने अल्लाह से हटकर शैतान को अपना संरक्षक और मित्र बनाया, वह खुले घाटे में पड़ गया

English Sahih:

And I will mislead them, and I will arouse in them [sinful] desires, and I will command them so they will slit the ears of cattle, and I will command them so they will change the creation of Allah." And whoever takes Satan as an ally instead of Allah has certainly sustained a clear loss. ([4] An-Nisa : 119)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और फिर उन्हें ज़रूर गुमराह करूंगा और उन्हें बड़ी बड़ी उम्मीदें भी ज़रूर दिलाऊंगा और यक़ीनन उन्हें सिखा दूंगा फिर वो (बुतों के वास्ते) जानवरों के काम ज़रूर चीर फाड़ करेंगे और अलबत्ता उनसे कह दूंगा बस फिर वो (मेरी तालीम के मुवाफ़िक़) ख़ुदा की बनाई हुई सूरत को ज़रूर बदल डालेंगे और (ये याद रहे कि) जिसने ख़ुदा को छोड़कर शैतान को अपना सरपरस्त बनाया तो उसने खुल्लम खुल्ला सख्त घाटा उठाया