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اَمِ اتَّخَذَ مِمَّا يَخْلُقُ بَنٰتٍ وَّاَصْفٰىكُمْ بِالْبَنِيْنَ ۗ   ( الزخرف: ١٦ )

Or
أَمِ
या
has He taken
ٱتَّخَذَ
उसने बना लीं
of what
مِمَّا
उसमें से जो
He has created
يَخْلُقُ
वो पैदा करता है
daughters
بَنَاتٍ
बेटियाँ
and He has chosen (for) you
وَأَصْفَىٰكُم
और चुन लिया तुम्हें
sons
بِٱلْبَنِينَ
बेटों के लिए

Ami ittakhatha mimma yakhluqu banatin waasfakum bialbaneena (az-Zukhruf 43:16)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

(क्या किसी ने अल्लाह को इससे रोक दिया है कि वह अपने लिए बेटे चुनता) या जो कुछ वह पैदा करता है उसमें से उसने स्वयं ही अपने लिए तो बेटियाँ लीं और तुम्हें चुन लिया बेटों के लिए?

English Sahih:

Or has He taken, out of what He has created, daughters and chosen you for [having] sons? ([43] Az-Zukhruf : 16)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

क्या उसने अपनी मख़लूक़ात में से ख़ुद तो बेटियाँ ली हैं और तुमको चुनकर बेटे दिए हैं