Skip to main content

وَفِيْ خَلْقِكُمْ وَمَا يَبُثُّ مِنْ دَاۤبَّةٍ اٰيٰتٌ لِّقَوْمٍ يُّوْقِنُوْنَۙ  ( الجاثية: ٤ )

And in
وَفِى
और तुम्हारी पैदाइश में
your creation
خَلْقِكُمْ
और तुम्हारी पैदाइश में
and what
وَمَا
और जो
He disperses
يَبُثُّ
वो फैलाता है
of
مِن
जानदारों में से
(the) moving creatures
دَآبَّةٍ
जानदारों में से
(are) Signs
ءَايَٰتٌ
निशानियाँ हैं
for a people
لِّقَوْمٍ
उन लोगों के लिए
who are certain
يُوقِنُونَ
जो यक़ीन रखते हैं

Wafee khalqikum wama yabuththu min dabbatin ayatun liqawmin yooqinoona (al-Jāthiyah 45:4)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और तुम्हारी संरचना में, और उनकी भी जो जानवर वह फैलाता रहता है, निशानियाँ है उन लोगों के लिए जो विश्वास करें

English Sahih:

And in the creation of yourselves and what He disperses of moving creatures are signs for people who are certain [in faith]. ([45] Al-Jathiyah : 4)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुम्हारी पैदाइश में (भी) और जिन जानवरों को वह (ज़मीन पर) फैलाता रहता है (उनमें भी) यक़ीन करने वालों के वास्ते बहुत सी निशानियाँ हैं