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وَاِذَا قِيْلَ لَهُمْ تَعَالَوْا يَسْتَغْفِرْ لَكُمْ رَسُوْلُ اللّٰهِ لَوَّوْا رُءُوْسَهُمْ وَرَاَيْتَهُمْ يَصُدُّوْنَ وَهُمْ مُّسْتَكْبِرُوْنَ   ( المنافقون: ٥ )

And when
وَإِذَا
और जब
it is said
قِيلَ
कहा जाता है
to them
لَهُمْ
उनसे
"Come
تَعَالَوْا۟
आओ
will ask forgiveness
يَسْتَغْفِرْ
बख़्शिश की दुआ करें
for you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
(the) Messenger"
رَسُولُ
अल्लाह के रसूल
(of) Allah"
ٱللَّهِ
अल्लाह के रसूल
They turn aside
لَوَّوْا۟
वो मोड़ते है
their heads
رُءُوسَهُمْ
अपने सरों को
and you see them
وَرَأَيْتَهُمْ
और देखते हैं आप उन्हें
turning away
يَصُدُّونَ
वो रुकते हैं
while they
وَهُم
इस हाल में कि वो
(are) arrogant
مُّسْتَكْبِرُونَ
तकब्बुर करने वाले हैं

Waitha qeela lahum ta'alaw yastaghfir lakum rasoolu Allahi lawwaw ruoosahum waraaytahum yasuddoona wahum mustakbiroona (al-Munāfiq̈ūn 63:5)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जब उनसे कहा जाता है, 'आओ, अल्लाह का रसूल तुम्हारे लिए क्षमा की प्रार्थना करे।' तो वे अपने सिर मटकाते है और तुम देखते हो कि घमंड के साथ खिंचे रहते है

English Sahih:

And when it is said to them, "Come, the Messenger of Allah will ask forgiveness for you," they turn their heads aside and you see them evading while they are arrogant. ([63] Al-Munafiqun : 5)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जब उनसे कहा जाता है कि आओ रसूलअल्लाह तुम्हारे वास्ते मग़फेरत की दुआ करें तो वह लोग अपने सर फेर लेते हैं और तुम उनको देखोगे कि तकब्बुर करते हुए मुँह फेर लेते हैं