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اِنَّ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا يُنْفِقُوْنَ اَمْوَالَهُمْ لِيَصُدُّوْا عَنْ سَبِيْلِ اللّٰهِ ۗفَسَيُنْفِقُوْنَهَا ثُمَّ تَكُوْنُ عَلَيْهِمْ حَسْرَةً ثُمَّ يُغْلَبُوْنَ ەۗ وَالَّذِيْنَ كَفَرُوْٓا اِلٰى جَهَنَّمَ يُحْشَرُوْنَۙ  ( الأنفال: ٣٦ )

Indeed
إِنَّ
बेशक
those who
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
disbelieve
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
they spend
يُنفِقُونَ
वो ख़र्च करते हैं
their wealth
أَمْوَٰلَهُمْ
अपने मालों को
to hinder (people)
لِيَصُدُّوا۟
ताकि वो रोकें
from
عَن
अल्लाह के रास्ते से
(the) way
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते से
(of) Allah
ٱللَّهِۚ
अल्लाह के रास्ते से
So they will spend it
فَسَيُنفِقُونَهَا
पस अनक़रीब वो ख़र्च करेंगे उसे
then
ثُمَّ
फिर
it will be
تَكُونُ
वो हो जाएगा
for them
عَلَيْهِمْ
उन पर
a regret
حَسْرَةً
हसरत (का सबब )
then
ثُمَّ
फिर
they will be overcome
يُغْلَبُونَۗ
वो मग़लूब किए जाऐंगे
And those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
disbelieve
كَفَرُوٓا۟
कुफ़्र किया
to
إِلَىٰ
तरफ़
Hell
جَهَنَّمَ
जहन्नम के
they will be gathered
يُحْشَرُونَ
वो इकट्ठे किए जाऐंगे

Inna allatheena kafaroo yunfiqoona amwalahum liyasuddoo 'an sabeeli Allahi fasayunfiqoonaha thumma takoonu 'alayhim hasratan thumma yughlaboona waallatheena kafaroo ila jahannama yuhsharoona (al-ʾAnfāl 8:36)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निश्चय ही इनकार करनेवाले अपने माल अल्लाह के मार्ग से रोकने के लिए ख़र्च करते रहेंगे, फिर यही उनके लिए पश्चाताप बनेगा। फिर वे पराभूत होंगे और इनकार करनेवाले जहन्नम की ओर समेट लाए जाएँगे

English Sahih:

Indeed, those who disbelieve spend their wealth to avert [people] from the way of Allah. So they will spend it; then it will be for them a [source of] regret; then they will be overcome. And those who have disbelieved – unto Hell they will be gathered. ([8] Al-Anfal : 36)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

इसमें शक़ नहीं कि ये कुफ्फार अपने माल महज़ इस वास्ते खर्च करेगें फिर उसके बाद उनकी हसरत का बाइस होगा फिर आख़िर ये लोग हार जाएँगें और जिन लोगों ने कुफ्र एख्तियार किया (क़यामत में) सब के सब जहन्नुम की तरफ हाके जाएँगें