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وَيُذْهِبْ غَيْظَ قُلُوْبِهِمْۗ وَيَتُوْبُ اللّٰهُ عَلٰى مَنْ يَّشَاۤءُۗ وَاللّٰهُ عَلِيْمٌ حَكِيْمٌ   ( التوبة: ١٥ )

And remove
وَيُذْهِبْ
और वो ले जाएगा
(the) anger
غَيْظَ
ग़ुस्सा
(of) their hearts
قُلُوبِهِمْۗ
उनके दिलों का
And Allah accepts repentance
وَيَتُوبُ
और मेहरबान होगा
And Allah accepts repentance
ٱللَّهُ
अल्लाह
of
عَلَىٰ
ऊपर जिसके
whom
مَن
ऊपर जिसके
He wills
يَشَآءُۗ
वो चाहेगा
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) All-Knower
عَلِيمٌ
ख़ूब इल्म वाला है
All-Wise
حَكِيمٌ
बहुत हिकमत वाला है

Wayuthhib ghaytha quloobihim wayatoobu Allahu 'ala man yashao waAllahu 'aleemun hakeemun (at-Tawbah 9:15)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उनके दिलों का क्रोध मिटाएगा, अल्लाह जिसे चाहेगा, उसपर दया-दृष्टि डालेगा। अल्लाह सर्वज्ञ, तत्वदर्शी है

English Sahih:

And remove the fury in their [i.e., the believers'] hearts. And Allah turns in forgiveness to whom He wills; and Allah is Knowing and Wise. ([9] At-Tawbah : 15)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और उन मोनिनीन के दिल की क़ुदरतें जो (कुफ्फ़ार से पहुचॅती है) दफ़ा कर देगा और ख़ुदा जिसकी चाहे तौबा क़ुबूल करे और ख़ुदा बड़ा वाक़िफकार (और) हिकमत वाला है