اِنْفِرُوْا خِفَافًا وَّثِقَالًا وَّجَاهِدُوْا بِاَمْوَالِكُمْ وَاَنْفُسِكُمْ فِيْ سَبِيْلِ اللّٰهِ ۗذٰلِكُمْ خَيْرٌ لَّكُمْ اِنْ كُنْتُمْ تَعْلَمُوْنَ ( التوبة: ٤١ )
Go forth
ٱنفِرُوا۟
निकलो
light
خِفَافًا
हल्के
or heavy
وَثِقَالًا
और बोझल
and strive
وَجَٰهِدُوا۟
और जिहाद करो
with your wealth
بِأَمْوَٰلِكُمْ
साथ अपने मालों
and your lives
وَأَنفُسِكُمْ
और अपने नफ़्सों के
in
فِى
अल्लाह के रास्ते में
(the) way
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
(of) Allah
ٱللَّهِۚ
अल्लाह के रास्ते में
That
ذَٰلِكُمْ
ये बात
(is) better
خَيْرٌ
बेहतर है
for you
لَّكُمْ
तुम्हारे लिए
if
إِن
अगर
you
كُنتُمْ
हो तुम
know
تَعْلَمُونَ
तुम जानते
Infiroo khifafan wathiqalan wajahidoo biamwalikum waanfusikum fee sabeeli Allahi thalikum khayrun lakum in kuntum ta'lamoona (at-Tawbah 9:41)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
हलके और बोझिल निकल पड़ो और अल्लाह के मार्ग में अपने मालों और अपनी जानों के साथ जिहाद करो! यही तुम्हारे लिए उत्तम है, यदि तुम जानो
English Sahih:
Go forth, whether light or heavy, and strive with your wealth and your lives in the cause of Allah. That is better for you, if you only knew. ([9] At-Tawbah : 41)