لَوْ يَجِدُوْنَ مَلْجَاً اَوْ مَغٰرٰتٍ اَوْ مُدَّخَلًا لَّوَلَّوْا اِلَيْهِ وَهُمْ يَجْمَحُوْنَ ( التوبة: ٥٧ )
If
لَوْ
अगर
they could find
يَجِدُونَ
वो पाऐं
a refuge
مَلْجَـًٔا
कोई जाय पनाह
or
أَوْ
या
caves
مَغَٰرَٰتٍ
कोई ग़ार
or
أَوْ
या
a place to enter
مُدَّخَلًا
कोई घुस बैठने की जगह
surely they would turn
لَّوَلَّوْا۟
अलबत्ता वो मुड़ कर भाग जाऐं
to it
إِلَيْهِ
तरफ़ उसके
and they
وَهُمْ
इस हाल में कि वो
run wild
يَجْمَحُونَ
वो सरपट दौड़ते हैं
Law yajidoona maljaan aw magharatin aw muddakhalan lawallaw ilayhi wahum yajmahoona (at-Tawbah 9:57)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यदि वे कोई शरण पा लें या कोई गुफा या घुस बैठने की जगह, तो अवश्य ही वे बगटुट उसकी ओर उल्टे भाग जाएँ
English Sahih:
If they could find a refuge or some caves or any place to enter [and hide], they would turn to it while they run heedlessly. ([9] At-Tawbah : 57)