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اَلَمْ يَعْلَمُوْٓا اَنَّ اللّٰهَ يَعْلَمُ سِرَّهُمْ وَنَجْوٰىهُمْ وَاَنَّ اللّٰهَ عَلَّامُ الْغُيُوْبِ   ( التوبة: ٧٨ )

Do not
أَلَمْ
क्या नहीं
they know
يَعْلَمُوٓا۟
वो जानते
that
أَنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
knows
يَعْلَمُ
जानता है
their secret
سِرَّهُمْ
राज़ उनके
and their secret conversation
وَنَجْوَىٰهُمْ
और सरगोशियाँ उनकी
and that
وَأَنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) All-Knower
عَلَّٰمُ
ख़ूब जानने वाला है
(of) the unseen?
ٱلْغُيُوبِ
ग़ैबों को

Alam ya'lamoo anna Allaha ya'lamu sirrahum wanajwahum waanna Allaha 'allamu alghuyoobi (at-Tawbah 9:78)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या उन्हें खबर नहीं कि अल्लाह उनका भेद और उनकी कानाफुसियों को अच्छी तरह जानता है और यह कि अल्लाह परोक्ष की सारी बातों को भली-भाँति जानता है

English Sahih:

Did they not know that Allah knows their secrets and their private conversations and that Allah is the Knower of the unseen? ([9] At-Tawbah : 78)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

क्या वह लोग इतना भी न जानते थे कि ख़ुदा (उनके) सारे भेद और उनकी सरगोशी (सब कुछ) जानता है और ये कि ग़ैब की बातों से ख़ूब आगाह है