Skip to main content

اِلَيْهِ مَرْجِعُكُمْ جَمِيْعًاۗ وَعْدَ اللّٰهِ حَقًّاۗ اِنَّهٗ يَبْدَؤُا الْخَلْقَ ثُمَّ يُعِيْدُهٗ لِيَجْزِيَ الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ بِالْقِسْطِۗ وَالَّذِيْنَ كَفَرُوْا لَهُمْ شَرَابٌ مِّنْ حَمِيْمٍ وَّعَذَابٌ اَلِيْمٌ ۢبِمَا كَانُوْا يَكْفُرُوْنَ   ( يونس: ٤ )

To Him
إِلَيْهِ
तरफ़ उसी के
(will be) your return
مَرْجِعُكُمْ
लौटना है तुम्हारा
[all]
جَمِيعًاۖ
सबके सबका
Promise
وَعْدَ
वादा है
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह का
(is) true
حَقًّاۚ
सच्चा
Indeed He
إِنَّهُۥ
बेशक वो
originates
يَبْدَؤُا۟
वो इब्तिदा करता है
the creation
ٱلْخَلْقَ
पैदाइश की
then
ثُمَّ
फिर
He repeats it
يُعِيدُهُۥ
वो दोबारा लौटाएगा उसे
that He may reward
لِيَجْزِىَ
ताकि वो बदला दे
those who
ٱلَّذِينَ
उन्हें जो
believed
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
and did
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
the good deeds
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
in justice
بِٱلْقِسْطِۚ
साथ इन्साफ़ के
But those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
disbelieved
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
for them
لَهُمْ
उनके लिए
(will be) a drink
شَرَابٌ
पीना है
of
مِّنْ
सख़्त गर्म पानी की
boiling fluids
حَمِيمٍ
सख़्त गर्म पानी की
and a punishment
وَعَذَابٌ
और अज़ाब है
painful
أَلِيمٌۢ
दर्दनाक
because
بِمَا
बवजह उसके जो
they used (to)
كَانُوا۟
थे वो
disbelieve
يَكْفُرُونَ
वो कुफ़्र करते

Ilayhi marji'ukum jamee'an wa'da Allahi haqqan innahu yabdao alkhalqa thumma yu'eeduhu liyajziya allatheena amanoo wa'amiloo alssalihati bialqisti waallatheena kafaroo lahum sharabun min hameemin wa'athabun aleemun bima kanoo yakfuroona (al-Yūnus 10:4)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसी की ओर तुम सबको लौटना है। यह अल्लाह का पक्का वादा है। निस्संदेह वही पहली बार पैदा करता है। फिर दोबारा पैदा करेगा, ताकि जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए उन्हें न्यायपूर्वक बदला दे। रहे वे लोग जिन्होंने इनकार किया उनके लिए खौलता पेय और दुखद यातना है, उस इनकार के बदले में जो वे करते रहे

English Sahih:

To Him is your return all together. [It is] the promise of Allah [which is] truth. Indeed, He begins the [process of] creation and then repeats it that He may reward those who have believed and done righteous deeds, in justice. But those who disbelieved will have a drink of scalding water and a painful punishment for what they used to deny. ([10] Yunus : 4)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तुम सबको (आख़िर) उसी की तरफ लौटना है ख़ुदा का वायदा सच्चा है वही यक़ीनन मख़लूक को पहली मरतबा पैदा करता है फिर (मरने के बाद) वही दुबारा जिन्दा करेगा ताकि जिन लोगों ने ईमान कुबूल किया और अच्छे अच्छे काम किए उनको इन्साफ के साथ जज़ाए (ख़ैर) अता फरमाएगा और जिन लोगों ने कुफ्र एख्तियार किया उन के लिए उनके कुफ्र की सज़ा में पीने को खौलता हुआ पानी और दर्दनाक अज़ाब होगा