Skip to main content

وَلَىِٕنْ اَذَقْنٰهُ نَعْمَاۤءَ بَعْدَ ضَرَّاۤءَ مَسَّتْهُ لَيَقُوْلَنَّ ذَهَبَ السَّيِّاٰتُ عَنِّيْ ۗاِنَّهٗ لَفَرِحٌ فَخُوْرٌۙ   ( هود: ١٠ )

But if
وَلَئِنْ
और अलबत्ता अगर
We give him a taste
أَذَقْنَٰهُ
चखाऐं हम उसे
(of) favor
نَعْمَآءَ
आसाइश
after
بَعْدَ
बाद
hardship
ضَرَّآءَ
तकलीफ़ के
(has) touched him
مَسَّتْهُ
जो पहुँची उसे
surely he will say
لَيَقُولَنَّ
अलबत्ता वो ज़रूर कहेगा
"Have gone
ذَهَبَ
दूर हो गईं
the evils
ٱلسَّيِّـَٔاتُ
बुराईयाँ (तकालीफ़)
from me
عَنِّىٓۚ
मुझसे
Indeed he
إِنَّهُۥ
बेशक वो
(is) exultant
لَفَرِحٌ
अलबत्ता बहुत इतराने वाला
(and) boastful
فَخُورٌ
बहुत फ़ख़्र करने वाला है

Walain athaqnahu na'maa ba'da darraa massathu layaqoolanna thahaba alssayyiatu 'annee innahu lafarihun fakhoorun (Hūd 11:10)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और यदि हम इसके पश्चात कि उसे तकलीफ़ पहुँची हो, उसे नेमत का रसास्वादन कराते है तो वह कहने लगता है, 'मेरे तो सारे दुख दूर हो गए।' वह तो फूला नहीं समाता, डींगे मारने लगता है

English Sahih:

But if We give him a taste of favor after hardship has touched him, he will surely say, "Bad times have left me." Indeed, he is exultant and boastful – ([11] Hud : 10)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(और हमारी शिकायत करने लगता है) और अगर हम तकलीफ के बाद जो उसे पहुँचती थी राहत व आराम का जाएक़ा चखाए तो ज़रुर कहने लगता है कि अब तो सब सख्तियाँ मुझसे दफा हो गई इसमें शक़ नहीं कि वह बड़ा (जल्दी खुश) होने येख़ी बाज़ है