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اُولٰۤىِٕكَ لَمْ يَكُوْنُوْا مُعْجِزِيْنَ فِى الْاَرْضِ وَمَا كَانَ لَهُمْ مِّنْ دُوْنِ اللّٰهِ مِنْ اَوْلِيَاۤءَ ۘ يُضٰعَفُ لَهُمُ الْعَذَابُ ۗمَا كَانُوْا يَسْتَطِيْعُوْنَ السَّمْعَ وَمَا كَانُوْا يُبْصِرُوْنَ  ( هود: ٢٠ )

Those
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग
not
لَمْ
ना
will be
يَكُونُوا۟
वो थे
(able to) escape
مُعْجِزِينَ
आजिज़ करने वाले
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
and not
وَمَا
और नहीं
is
كَانَ
था
for them
لَهُم
उनके लिए
besides
مِّن
सिवाय
besides
دُونِ
सिवाय
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
any
مِنْ
कोई मददगार
protectors
أَوْلِيَآءَۘ
कोई मददगार
And will be doubled
يُضَٰعَفُ
दोगुना किया जाएगा
for them
لَهُمُ
उनके लिए
the punishment
ٱلْعَذَابُۚ
अज़ाब
Not
مَا
ना
they were
كَانُوا۟
थे वो
able
يَسْتَطِيعُونَ
वो इस्तिताअत रखते
(to) hear
ٱلسَّمْعَ
सुनने की
and not
وَمَا
और ना ही
they used (to)
كَانُوا۟
थे वो
see
يُبْصِرُونَ
वो देखते

Olaika lam yakoonoo mu'jizeena fee alardi wama kana lahum min dooni Allahi min awliyaa yuda'afu lahumu al'athabu ma kanoo yastatee'oona alssam'a wama kanoo yubsiroona (Hūd 11:20)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे धरती में क़ाबू से बाहर नहीं जा सकते और न अल्लाह से हटकर उनका कोई समर्थक ही है। उन्हें दोहरी यातना दी जाएगी। वे न सुन ही सकते थे और न देख ही सकते थे

English Sahih:

Those were not causing failure [to Allah] on earth, nor did they have besides Allah any protectors. For them the punishment will be multiplied. They were not able to hear, nor did they see. ([11] Hud : 20)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ये लोग रुए ज़मीन में न ख़ुदा को हरा सकते है और न ख़ुदा के सिवा उनका कोई सरपरस्त होगा उनका अज़ाब दूना कर दिया जाएगा ये लोग (हसद के मारे) न तो (हक़ बात) सुन सकते थे न देख सकते थे