قَالُوْا يٰٓاَبَانَآ اِنَّا ذَهَبْنَا نَسْتَبِقُ وَتَرَكْنَا يُوْسُفَ عِنْدَ مَتَاعِنَا فَاَكَلَهُ الذِّئْبُۚ وَمَآ اَنْتَ بِمُؤْمِنٍ لَّنَا وَلَوْ كُنَّا صٰدِقِيْنَ ( يوسف: ١٧ )
They said
قَالُوا۟
कहने लगे
"O our father!
يَٰٓأَبَانَآ
ऐ हमारे अब्बा जान
Indeed we
إِنَّا
बेशक हम
[we] went
ذَهَبْنَا
चले गए हम
racing each other
نَسْتَبِقُ
दौड़ का मुक़ाबला करते हुए
and we left
وَتَرَكْنَا
और छोड़ गए हम
Yusuf
يُوسُفَ
यूसुफ़ को
with
عِندَ
पास
our possessions
مَتَٰعِنَا
अपने सामान के
and ate him
فَأَكَلَهُ
फिर खा गया उसे
the wolf
ٱلذِّئْبُۖ
भेड़िया
But not
وَمَآ
और नहीं
you
أَنتَ
आप
(will) believe
بِمُؤْمِنٍ
यक़ीन करने वाले
us
لَّنَا
हम पर
even if
وَلَوْ
और अगरचे
we are
كُنَّا
हों हम
truthful"
صَٰدِقِينَ
सच बोलने वाले
Qaloo ya abana inna thahabna nastabiqu watarakna yoosufa 'inda mata'ina faakalahu alththibu wama anta bimuminin lana walaw kunna sadiqeena (Yūsuf 12:17)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कहने लगे, 'ऐ मेरे बाप! हम परस्पर दौड़ में मुक़ाबला करते हुए दूर चले गए और यूसफ़ को हमने अपने सामान के साथ छोड़ दिया था कि इतने में भेड़िया उसे खा गया। आप तो हमपर विश्वास करेंगे नहीं, यद्यपि हम सच्चे है।'
English Sahih:
They said, "O our father, indeed we went racing each other and left Joseph with our possessions, and a wolf ate him. But you would not believe us, even if we were truthful." ([12] Yusuf : 17)