قَالُوْا تَاللّٰهِ تَفْتَؤُا تَذْكُرُ يُوْسُفَ حَتّٰى تَكُوْنَ حَرَضًا اَوْ تَكُوْنَ مِنَ الْهَالِكِيْنَ ( يوسف: ٨٥ )
They said
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
"By Allah
تَٱللَّهِ
क़सम अल्लाह की
you will not cease
تَفْتَؤُا۟
आप हमेशा रहते हैं
remembering
تَذْكُرُ
आप याद करते
Yusuf
يُوسُفَ
यूसुफ़ को
until
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
you become
تَكُونَ
आप हो जाऐं
fatally ill
حَرَضًا
बीमार
or
أَوْ
या
become
تَكُونَ
आप हो जाऐं
of
مِنَ
हलाक होने वालों में से
those who perish"
ٱلْهَٰلِكِينَ
हलाक होने वालों में से
Qaloo taAllahi taftao tathkuru yoosufa hatta takoona haradan aw takoona mina alhalikeena (Yūsuf 12:85)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उन्होंने कहा, 'अल्लाह की क़सम! आप तो यूसुफ़ ही की याद में लगे रहेंगे, यहाँ तक कि घुलकर रहेंगे या प्राण ही त्याग देंगे।'
English Sahih:
They said, "By Allah, you will not cease remembering Joseph until you become fatally ill or become of those who perish." ([12] Yusuf : 85)