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رَبَّنَا اغْفِرْ لِيْ وَلِوَالِدَيَّ وَلِلْمُؤْمِنِيْنَ يَوْمَ يَقُوْمُ الْحِسَابُ ࣖ   ( ابراهيم: ٤١ )

Our Lord!
رَبَّنَا
ऐ हमारे रब
Forgive
ٱغْفِرْ
बख़्श दे
me
لِى
मुझे
and my parents
وَلِوَٰلِدَىَّ
और मेरे वालिदैन को
and the believers
وَلِلْمُؤْمِنِينَ
और मोमिनों को
(on) the Day
يَوْمَ
जिस दिन
will (be) established
يَقُومُ
क़ायम होगा
the account"
ٱلْحِسَابُ
हिसाब

Rabbana ighfir lee waliwalidayya walilmumineena yawma yaqoomu alhisabu (ʾIbrāhīm 14:41)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हमारे रब! मुझे और मेरे माँ-बाप को और मोमिनों को उस दिन क्षमाकर देना, जिस दिन हिसाब का मामला पेश आएगा।'

English Sahih:

Our Lord, forgive me and my parents and the believers the Day the account is established." ([14] Ibrahim : 41)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ हमारे पालने वाले जिस दिन (आमाल का) हिसाब होने लगे मुझको और मेरे माँ बाप को और सारे ईमानदारों को तू बख्श दे