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اِنَّمَا يَفْتَرِى الْكَذِبَ الَّذِيْنَ لَا يُؤْمِنُوْنَ بِاٰيٰتِ اللّٰهِۚ وَاُولٰۤىِٕكَ هُمُ الْكٰذِبُوْنَ   ( النحل: ١٠٥ )

Only
إِنَّمَا
बेशक
they invent
يَفْتَرِى
गढ़ लेते हैं
the falsehood
ٱلْكَذِبَ
झूठ को
those who
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
(do) not
لَا
नहीं ईमान लाते
believe
يُؤْمِنُونَ
नहीं ईमान लाते
in the Verses
بِـَٔايَٰتِ
साथ आयात के
(of) Allah
ٱللَّهِۖ
अल्लाह की
and those -
وَأُو۟لَٰٓئِكَ
और यही लोग हैं
they
هُمُ
वो
(are) the liars
ٱلْكَٰذِبُونَ
जो झूठे हैं

Innama yaftaree alkathiba allatheena la yuminoona biayati Allahi waolaika humu alkathiboona (an-Naḥl 16:105)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

झूठ तो बस वही लोग घड़ते है जो अल्लाह की आयतों को मानते नहीं और वही है जो झूठे है

English Sahih:

They only invent falsehood who do not believe in the verses of Allah, and it is those who are the liars. ([16] An-Nahl : 105)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

झूठ बोहतान तो बस वही लोग बॉधा करते हैं जो खुदा की आयतों पर ईमान नहीं रखतें