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مَنْ كَفَرَ بِاللّٰهِ مِنْۢ بَعْدِ اِيْمَانِهٖٓ اِلَّا مَنْ اُكْرِهَ وَقَلْبُهٗ مُطْمَىِٕنٌّۢ بِالْاِيْمَانِ وَلٰكِنْ مَّنْ شَرَحَ بِالْكُفْرِ صَدْرًا فَعَلَيْهِمْ غَضَبٌ مِّنَ اللّٰهِ ۗوَلَهُمْ عَذَابٌ عَظِيْمٌ   ( النحل: ١٠٦ )

Whoever
مَن
जो कोई
disbelieves
كَفَرَ
कुफ़्र करे
in Allah
بِٱللَّهِ
साथ अल्लाह के
after
مِنۢ
बाद
after
بَعْدِ
बाद
his belief
إِيمَٰنِهِۦٓ
अपने ईमान लाने के
except
إِلَّا
सिवाय
(one) who
مَنْ
उसके जो
is forced
أُكْرِهَ
मजबूर किया गया
while his heart
وَقَلْبُهُۥ
और दिल उसका
(is) content
مُطْمَئِنٌّۢ
मुत्मइन है
with the faith
بِٱلْإِيمَٰنِ
ईमान पर
But
وَلَٰكِن
और लेकिन
(one) who
مَّن
जो कोई
opens
شَرَحَ
खोल दे
to disbelief
بِٱلْكُفْرِ
कुफ़्र के लिए
(his) breast
صَدْرًا
सीना
then upon them
فَعَلَيْهِمْ
तो उन पर
(is) a wrath
غَضَبٌ
ग़ज़ब है
of
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
and for them
وَلَهُمْ
और उनके लिए है
(is) a punishment
عَذَابٌ
अज़ाब
great
عَظِيمٌ
बहुत बड़ा

Man kafara biAllahi min ba'di eemanihi illa man okriha waqalbuhu mutmainnun bialeemani walakin man sharaha bialkufri sadran fa'alayhim ghadabun mina Allahi walahum 'athabun 'atheemun (an-Naḥl 16:106)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जिस किसी ने अपने ईमान के पश्चात अल्लाह के साथ कुफ़्र किया -सिवाय उसके जो इसके लिए विवश कर दिया गया हो और दिल उसका ईमान पर सन्तुष्ट हो - बल्कि वह जिसने सीना कुफ़्र के लिए खोल दिया हो, तो ऐसे लोगो पर अल्लाह का प्रकोप है और उनके लिए बड़ी यातना है

English Sahih:

Whoever disbelieves in [i.e., denies] Allah after his belief... except for one who is forced [to renounce his religion] while his heart is secure in faith. But those who [willingly] open their breasts to disbelief, upon them is wrath from Allah, and for them is a great punishment; ([16] An-Nahl : 106)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हक़ीक़त अम्र ये है कि यही लोग झूठे हैं उस शख्स के सिवा जो (कलमाए कुफ्र) पर मजबूर किया जाए और उसका दिल ईमान की तरफ से मुतमइन हो जो शख्स भी ईमान लाने के बाद कुफ्र एख्तियार करे बल्कि खूब सीना कुशादा (जी खोलकर) कुफ्र करे तो उन पर ख़ुदा का ग़ज़ब है और उनके लिए बड़ा (सख्त) अज़ाब है