كُلًّا نُّمِدُّ هٰٓؤُلَاۤءِ وَهٰٓؤُلَاۤءِ مِنْ عَطَاۤءِ رَبِّكَ ۗوَمَا كَانَ عَطَاۤءُ رَبِّكَ مَحْظُوْرًا ( الإسراء: ٢٠ )
(To) each
كُلًّا
हर एक को
We extend
نُّمِدُّ
हम मदद देते हैं
(to) these
هَٰٓؤُلَآءِ
इनको (भी)
and (to) these
وَهَٰٓؤُلَآءِ
और उनको (भी)
from
مِنْ
अता में से
(the) gift
عَطَآءِ
अता में से
(of) your Lord
رَبِّكَۚ
आपके रब की
And not
وَمَا
और नहीं
is
كَانَ
है
(the) gift
عَطَآءُ
अता
(of) your Lord
رَبِّكَ
आपके रब की
restricted
مَحْظُورًا
रोकी गई
Kullan numiddu haolai wahaolai min 'atai rabbika wama kana 'atao rabbika mahthooran (al-ʾIsrāʾ 17:20)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
इन्हें भी और इनको भी, प्रत्येक को हम तुम्हारे रब की देन में से सहायता पहुँचाए जा रहे है, और तुम्हारे रब की देन बन्द नहीं है
English Sahih:
To each [category] We extend – to these and to those – from the gift of your Lord. And never has the gift of your Lord been restricted. ([17] Al-Isra : 20)