Skip to main content

وَيَسْـَٔلُوْنَكَ عَنْ ذِى الْقَرْنَيْنِۗ قُلْ سَاَتْلُوْا عَلَيْكُمْ مِّنْهُ ذِكْرًا ۗ  ( الكهف: ٨٣ )

And they ask you
وَيَسْـَٔلُونَكَ
और वो सवाल करते हैं आपसे
about
عَن
ज़ुलक़रनैन के बारे में
Dhul-qarnain
ذِى
ज़ुलक़रनैन के बारे में
Dhul-qarnain
ٱلْقَرْنَيْنِۖ
ज़ुलक़रनैन के बारे में
Say
قُلْ
कह दीजिए
"I will recite
سَأَتْلُوا۟
अनक़रीब मैं पढ़ूँगा
to you
عَلَيْكُم
तुम पर
about him
مِّنْهُ
उसका
a remembrance"
ذِكْرًا
कुछ हाल

Wayasaloonaka 'an thee alqarnayni qul saatloo 'alaykum minhu thikran (al-Kahf 18:83)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे तुमसे ज़ुलक़रनैन के विषय में पूछते हैं। कह दो, 'मैं तुम्हें उसका कुछ वृतान्त सुनाता हूँ।'

English Sahih:

And they ask you, [O Muhammad], about Dhul-Qarnayn. Say, "I will recite to you about him a report." ([18] Al-Kahf : 83)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ऐ रसूल) तुमसे लोग ज़ुलक़रनैन का हाल (इम्तेहान) पूछा करते हैं तुम उनके जवाब में कह दो कि मैं भी तुम्हें उसका कुछ हाल बता देता हूँ