قَالَ كَذٰلِكِۚ قَالَ رَبُّكِ هُوَ عَلَيَّ هَيِّنٌۚ وَلِنَجْعَلَهٗٓ اٰيَةً لِّلنَّاسِ وَرَحْمَةً مِّنَّاۚ وَكَانَ اَمْرًا مَّقْضِيًّا ( مريم: ٢١ )
He said
قَالَ
कहा
"Thus;
كَذَٰلِكِ
इसी तरह (होगा)
said
قَالَ
कहा
your Lord
رَبُّكِ
तेरे रब ने
It
هُوَ
वो
(is) for Me
عَلَىَّ
मुझ पर
easy
هَيِّنٌۖ
बहुत आसान है
and so that We will make him
وَلِنَجْعَلَهُۥٓ
और ताकि हम बना दें उसे
a sign
ءَايَةً
एक निशानी
for the mankind
لِّلنَّاسِ
लोगों के लिए
and a Mercy
وَرَحْمَةً
और रहमत
from Us
مِّنَّاۚ
अपनी तरफ़ से
And (it) is
وَكَانَ
और है
a matter
أَمْرًا
एक काम
decreed'
مَّقْضِيًّا
तयशुदा
Qala kathaliki qala rabbuki huwa 'alayya hayyinun walinaj'alahu ayatan lilnnasi warahmatan minna wakana amran maqdiyyan (Maryam 19:21)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहा, 'ऐसा ही होगा। रब ने कहा है कि यह मेरे लिए सहज है। और ऐसा इसलिए होगा (ताकि हम तुझे) और ताकि हम उसे लोगों के लिए एक निशानी बनाएँ और अपनी ओर से एक दयालुता। यह तो ऐसी बात है जिसका निर्णय हो चुका है।'
English Sahih:
He said, "Thus [it will be]; your Lord says, 'It is easy for Me, and We will make him a sign to the people and a mercy from Us. And it is a matter [already] decreed.'" ([19] Maryam : 21)