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وَلَا تَمُدَّنَّ عَيْنَيْكَ اِلٰى مَا مَتَّعْنَا بِهٖٓ اَزْوَاجًا مِّنْهُمْ زَهْرَةَ الْحَيٰوةِ الدُّنْيَا ەۙ لِنَفْتِنَهُمْ فِيْهِ ۗوَرِزْقُ رَبِّكَ خَيْرٌ وَّاَبْقٰى  ( طه: ١٣١ )

And (do) not
وَلَا
और ना
extend
تَمُدَّنَّ
हरगिज़ आप दराज़ करें
your eyes
عَيْنَيْكَ
अपनी दोनों आँखें
towards
إِلَىٰ
तरफ़ उसके जो
what
مَا
तरफ़ उसके जो
We have given for enjoyment
مَتَّعْنَا
फ़ायदा दिया हमने
[with it]
بِهِۦٓ
साथ इसके
pairs
أَزْوَٰجًا
मुख़्तलिफ़ लोगों को
of them
مِّنْهُمْ
उनमें से
(the) splendor
زَهْرَةَ
रौनक़ के लिए
(of) the life
ٱلْحَيَوٰةِ
दुनिया की ज़िन्दगी की
(of) the world
ٱلدُّنْيَا
दुनिया की ज़िन्दगी की
that We may test them
لِنَفْتِنَهُمْ
ताकि हम आज़माऐं उन्हें
in it
فِيهِۚ
उसमें
And (the) provision
وَرِزْقُ
और रिज़्क़
(of) your Lord
رَبِّكَ
आपके रब का
(is) better
خَيْرٌ
बेहतर है
and more lasting
وَأَبْقَىٰ
और ज़्यादा बाक़ी रहने वाला

Wala tamuddanna 'aynayka ila ma matta'na bihi azwajan minhum zahrata alhayati alddunya linaftinahum feehi warizqu rabbika khayrun waabqa (Ṭāʾ Hāʾ 20:131)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उसकी ओर आँख उठाकर न देखो, जो कुछ हमने उनमें से विभिन्न लोगों को उपभोग के लिए दे रखा है, ताकि हम उसके द्वारा उन्हें आज़माएँ। वह तो बस सांसारिक जीवन की शोभा है। तुम्हारे रब की रोज़ी उत्तम भी है और स्थायी भी

English Sahih:

And do not extend your eyes toward that by which We have given enjoyment to [some] categories of them, [its being but] the splendor of worldly life by which We test them. And the provision of your Lord is better and more enduring. ([20] Taha : 131)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ऐ रसूल) जो उनमें से कुछ लोगों को दुनिया की इस ज़रा सी ज़िन्दगी की रौनक़ से निहाल कर दिया है ताकि हम उनको उसमें आज़माएँ तुम अपनी नज़रें उधर न बढ़ाओ और (इससे) तुम्हारे परवरदिगार की रोज़ी (सवाब) कहीं बेहतर और ज्यादा पाएदार है