لَهٗ مَا فِى السَّمٰوٰتِ وَمَا فِى الْاَرْضِ وَمَا بَيْنَهُمَا وَمَا تَحْتَ الثَّرٰى ( طه: ٦ )
To Him (belongs)
لَهُۥ
उसी के लिए है
whatever
مَا
जो
(is) in
فِى
आसमानों में है
the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
and whatever
وَمَا
और जो
(is) in
فِى
ज़मीन में है
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में है
and whatever
وَمَا
और जो
(is) between them
بَيْنَهُمَا
दर्मियान है इन दोनों के
and whatever
وَمَا
और जो
(is) under
تَحْتَ
नीचे है
the soil
ٱلثَّرَىٰ
गीली मिट्टी के
Lahu ma fee alssamawati wama fee alardi wama baynahuma wama tahta alththara (Ṭāʾ Hāʾ 20:6)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसी का है जो कुछ आकाशों में है और जो कुछ धरती में है और जो कुछ इन दोनों के मध्य है और जो कुछ आर्द्र मिट्टी के नीचे है
English Sahih:
To Him belongs what is in the heavens and what is on the earth and what is between them and what is under the soil. ([20] Taha : 6)