وَاَدْخَلْنٰهُمْ فِيْ رَحْمَتِنَاۗ اِنَّهُمْ مِّنَ الصّٰلِحِيْنَ ( الأنبياء: ٨٦ )
And We admitted them
وَأَدْخَلْنَٰهُمْ
और दाख़िल किया हमने उन्हें
in
فِى
अपनी रहमत में
Our Mercy
رَحْمَتِنَآۖ
अपनी रहमत में
Indeed they
إِنَّهُم
यक़ीनन वो
(were) of
مِّنَ
सालेह लोगों में से थे
the righteous
ٱلصَّٰلِحِينَ
सालेह लोगों में से थे
Waadkhalnahum fee rahmatina innahum mina alssaliheena (al-ʾAnbiyāʾ 21:86)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
औऱ उन्हें हमने अपनी दयालुता में प्रवेश कराया। निस्संदेह वे सब अच्छे लोगों में से थे
English Sahih:
And We admitted them into Our mercy. Indeed, they were of the righteous. ([21] Al-Anbya : 86)