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ذٰلِكَ بِمَا قَدَّمَتْ يَدٰكَ وَاَنَّ اللّٰهَ لَيْسَ بِظَلَّامٍ لِّلْعَبِيْدِ ࣖ  ( الحج: ١٠ )

That
ذَٰلِكَ
ये
(is) for what
بِمَا
बवजह उसके जो
have sent forth
قَدَّمَتْ
आगे भेजा
your hands
يَدَاكَ
तेरे दोनों हाथों ने
and that
وَأَنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
is not
لَيْسَ
नहीं है
unjust
بِظَلَّٰمٍ
ज़ुल्म करने वाला
to His slaves
لِّلْعَبِيدِ
बन्दों पर

Thalika bima qaddamat yadaka waanna Allaha laysa bithallamin lil'abeedi (al-Ḥajj 22:10)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

(कहा जाएगा,) यह उसके कारण है जो तेरे हाथों ने आगे भेजा था और इसलिए कि अल्लाह बन्दों पर तनिक भी ज़ुल्म करनेवाला नहीं

English Sahih:

"That is for what your hands have put forth and because Allah is not ever unjust to [His] servants." ([22] Al-Hajj : 10)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और उस वक्त उससे कहा जाएगा कि ये उन आमाल की सज़ा है जो तेरे हाथों ने पहले से किए हैं और बेशक खुदा बन्दों पर हरगिज़ जुल्म नहीं करता