Skip to main content

يٰٓاَيُّهَا النَّاسُ ضُرِبَ مَثَلٌ فَاسْتَمِعُوْا لَهٗ ۗاِنَّ الَّذِيْنَ تَدْعُوْنَ مِنْ دُوْنِ اللّٰهِ لَنْ يَّخْلُقُوْا ذُبَابًا وَّلَوِ اجْتَمَعُوْا لَهٗ ۗوَاِنْ يَّسْلُبْهُمُ الذُّبَابُ شَيْـًٔا لَّا يَسْتَنْقِذُوْهُ مِنْهُۗ ضَعُفَ الطَّالِبُ وَالْمَطْلُوْبُ  ( الحج: ٧٣ )

O mankind!
يَٰٓأَيُّهَا
O mankind!
ٱلنَّاسُ
लोगो
Is set forth
ضُرِبَ
बयान की गई है
an example
مَثَلٌ
मिसाल
so listen
فَٱسْتَمِعُوا۟
पस ग़ौर से सुनो
to it
لَهُۥٓۚ
उसे
Indeed
إِنَّ
बेशक
those whom
ٱلَّذِينَ
वो जिन्हें
you invoke
تَدْعُونَ
तुम पुकारते हो
besides Allah
مِن
अल्लाह के सिवा
besides Allah
دُونِ
अल्लाह के सिवा
besides Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के सिवा
will never
لَن
हरगिज़ नहीं
create
يَخْلُقُوا۟
वो पैदा कर सकते
a fly
ذُبَابًا
एक मक्खी
even if
وَلَوِ
और अगरचे
they gathered together
ٱجْتَمَعُوا۟
वो जमा हो जाऐं
for it
لَهُۥۖ
उसके लिए
And if
وَإِن
और अगर
snatched away from them
يَسْلُبْهُمُ
छीन ले उनसे
the fly
ٱلذُّبَابُ
मक्खी
a thing
شَيْـًٔا
कोई चीज़
not
لَّا
नहीं वो छुड़ा सकते उसको
they (could) take it back
يَسْتَنقِذُوهُ
नहीं वो छुड़ा सकते उसको
from it
مِنْهُۚ
उससे
So weak
ضَعُفَ
कितना कमज़ोर है
(are) the seeker
ٱلطَّالِبُ
तलब करने वाला
and the one who is sought
وَٱلْمَطْلُوبُ
और वो जिससे तलब किया जाता है

Ya ayyuha alnnasu duriba mathalun faistami'oo lahu inna allatheena tad'oona min dooni Allahi lan yakhluqoo thubaban walawi ijtama'oo lahu wain yaslubuhumu alththubabu shayan la yastanqithoohu minhu da'ufa alttalibu waalmatloobu (al-Ḥajj 22:73)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ लोगों! एक मिसाल पेश की जाती है। उसे ध्यान से सुनो, अल्लाह से हटकर तुम जिन्हें पुकारते हो वे एक मक्खी भी पैदा नहीं कर सकते। यद्यपि इसके लिए वे सब इकट्ठे हो जाएँ और यदि मक्खी उनसे कोई चीज़ छीन ले जाए तो उससे वे उसको छुड़ा भी नहीं सकते। बेबस और असहाय रहा चाहनेवाला भी (उपासक) और उसका अभीष्ट (उपास्य) भी

English Sahih:

O people, an example is presented, so listen to it. Indeed, those you invoke besides Allah will never create [as much as] a fly, even if they gathered together for it [i.e., that purpose]. And if the fly should steal from them a [tiny] thing, they could not recover it from him. Weak are the pursuer and pursued. ([22] Al-Hajj : 73)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और वह क्या बुरा ठिकाना है लोगों एक मसल बयान की जाती है तो उसे कान लगा के सुनो कि खुदा को छोड़कर जिन लोगों को तुम पुकारते हो वह लोग अगरचे सब के सब इस काम के लिए इकट्ठे भी हो जाएँ तो भी एक मक्खी तक पैदा नहीं कर सकते और कहीं मक्खी कुछ उनसे छीन ले जाए तो उससे उसको छुड़ा नहीं सकते (अजब लुत्फ है) कि माँगने वाला (आबिद) और जिससे माँग लिया (माबूद) दोनों कमज़ोर हैं