اَللّٰهُ يَصْطَفِيْ مِنَ الْمَلٰۤىِٕكَةِ رُسُلًا وَّمِنَ النَّاسِۗ اِنَّ اللّٰهَ سَمِيْعٌۢ بَصِيْرٌ ۚ ( الحج: ٧٥ )
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
chooses
يَصْطَفِى
चुन लेता है
from
مِنَ
फ़रिश्तों में से
the Angels
ٱلْمَلَٰٓئِكَةِ
फ़रिश्तों में से
Messengers
رُسُلًا
पैग़ाम पहुँचाने वाले
and from
وَمِنَ
और इन्सानों में से भी
the mankind
ٱلنَّاسِۚ
और इन्सानों में से भी
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) All-Hearer
سَمِيعٌۢ
ख़ूब सुनने वाला है
All-Seer
بَصِيرٌ
ख़ूब देखने वाला है
Allahu yastafee mina almalaikati rusulan wamina alnnasi inna Allaha samee'un baseerun (al-Ḥajj 22:75)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अल्लाह फ़रिश्तों में से संदेशवाहक चुनता और मनुष्यों में से भी। निश्चय ही अल्लाह सब कुछ सुनता, देखता है
English Sahih:
Allah chooses from the angels messengers and from the people. Indeed, Allah is Hearing and Seeing. ([22] Al-Hajj : 75)