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مُسْتَكْبِرِيْنَۙ بِهٖ سٰمِرًا تَهْجُرُوْنَ   ( المؤمنون: ٦٧ )

(Being) arrogant
مُسْتَكْبِرِينَ
तकब्बुर करते हुए
about it
بِهِۦ
साथ उसके
conversing by night
سَٰمِرًا
रात को बातें करते हुए
speaking evil"
تَهْجُرُونَ
तुम बेहूदा गोई करते थे

Mustakbireena bihi samiran tahjuroona (al-Muʾminūn 23:67)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हाल यह था कि इसके कारण स्वयं को बड़ा समझते थे, उसे एक कहानी कहनेवाला ठहराकर छोड़ चलते थे

English Sahih:

In arrogance regarding it, conversing by night, speaking evil. ([23] Al-Mu'minun : 67)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो क्या उन लोगों ने (हमारी) बात (कुरान) पर ग़ौर नहीं किया