وَّكُنُوْزٍ وَّمَقَامٍ كَرِيْمٍ ۙ ( الشعراء: ٥٨ )
And treasures
وَكُنُوزٍ
और ख़ज़ानों
and a place
وَمَقَامٍ
और उमदा/नफ़ीस ठिकाने से
honorable
كَرِيمٍ
और उमदा/नफ़ीस ठिकाने से
Wakunoozin wamaqamin kareemin (aš-Šuʿarāʾ 26:58)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और ख़जानों और अच्छे स्थान से निकाल लाए
English Sahih:
And treasures and honorable station. ([26] Ash-Shu'ara : 58)