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فَاَنْجَيْنٰهُ وَاَهْلَهٗٓ اِلَّا امْرَاَتَهٗ قَدَّرْنٰهَا مِنَ الْغٰبِرِيْنَ   ( النمل: ٥٧ )

So We saved him
فَأَنجَيْنَٰهُ
तो निजात दी हमने उसे
and his family
وَأَهْلَهُۥٓ
और उसके घर वालों को
except
إِلَّا
सिवाए
his wife;
ٱمْرَأَتَهُۥ
उसकी बीवी के
We destined her
قَدَّرْنَٰهَا
मुक़द्दर कर दिया हमने उसे
(to be) of
مِنَ
पीछे रहने वालों में से
those who remained behind
ٱلْغَٰبِرِينَ
पीछे रहने वालों में से

Faanjaynahu waahlahu illa imraatahu qaddarnaha mina alghabireena (an-Naml 27:57)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अन्ततः हमने उसे और उसके घरवालों को बचा लिया सिवाय उसकी स्त्री के। उसके लिए हमने नियत कर दिया था कि वह पीछे रह जानेवालों में से होगी

English Sahih:

So We saved him and his family, except for his wife; We destined her to be of those who remained behind. ([27] An-Naml : 57)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ग़रज हमने लूत को और उनके ख़ानदान को बचा लिया मगर उनकी बीवी कि हमने उसकी तक़दीर में पीछे रह जाने वालों में लिख दिया था